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मूलवासी सदान मोर्चा ने 2024 चुनाव के रणनीति विचार गोष्ठी का आयोजन किया

राजा जब न्याय देने में पक्षपात करे, तो महाभारत होना तय है:राजेन्द्र प्रसाद

रांचीl आने वाले लोकसभा,विधान सभा चुनाव में हक के लिए आर पार की लड़ाई के लिए मूलवासी सदान रहें तैयारl राजा जब न्याय देने में पक्षपात करे तो महाभारत होना तय है। उक्त बातें आज मूलवासी सदान मोर्चा की ओर से 2024 चुनाव के रणनीति विचार गोष्ठी 10 दिसंबर को ग्रैंड ऑकेजन बैंक्वेट हॉल रांची में आयोजित कार्यक्रम में मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद ने कही। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई से लेकर झारखंड अलग राज्य तक की लड़ाई में मूलवासी सदानों ने शहादत दीlलेकिन राज्य में एक ही समुदाय की बात होती है और बहुसंख्यक 65% मूलवासी सदानों को हमेशा से अनदेखी की जाती रही है। राजेंद्र प्रसाद ने हेमंत सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चुनाव के पूर्व हेमंत सोरेन ने सदानों को भी साथ लेकर चलने की बात कही थी लेकिन वे भूल गए। उन्होंने यह भी कहा हेमंत सोरेन ने स्थानीय नीति को 1932 के आधार परिभाषित करने का वायदा किया था।लेकिन उसे भी भुल गए। इतना ही नहीं जो व्यक्ति स्थानीय नीति 1932 के खिलाफ हाई कोर्ट में मुकदमा लड़ाlउसी व्यक्ति को राज्य का महाधिवक्ता बना कर उपकृत कियाl श्री प्रसाद ने कहा सदानों के साथ किसी भी सरकार ने न्याय नहीं किया है।


उन्होंने कहा राजनीतिक दल लोकसभा और विधानसभा में भी बाहरी उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाकर सदानों के अधिकार को छीनने का काम कर रहे हैं।लेकिन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। श्री प्रसाद ने कहा कि सदान अपने अधिकार को समझें यदि कोई राजनीतिक दल बाहरी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाता है तो उसे हर हाल में हराना मूलवासी सदानों का कर्तव्य है।उन्होंने हरेक घरों में सदानी झंडा लगाने का आह्वान किया । इसलिए अब जागने का समय आ गया है।अब अपने हक अधिकार को जाने । चाहे हिंदू हो या मुसलमान केवल सदान हित में सोचना चाहिए। आज स्थानीय और नियोजन नीति नहीं बन पाई यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।अब नियत और नियति दोनों बदलना पड़ेगा। सदान में इतना ताकत है की किसी को बना सकता है तो किसी को पदच्युत भी कर सकता है। एक बड़ी रैली रांची में करने का निर्णय भी लिया गया भी।आज सदान को जागरूक करने का कार्य विभिन्न संगठन के माध्यम से संपूर्ण झारखंड में हो रहा है।


झारखण्ड आंदोलनकारी व नागपुरी कवि गीतकार झारखंड आंदोलनकारी और कवि क्षितीश कुमार राय ने कहा कि प्रत्येक जाति समुदाय एवं राजनीति में सिर्फ एक ही नेता होता हैl जिससे समाज का सही दिशा दर्शन एवं समाज का संपूर्ण विकास हो पाता है। यदि मूलवासी सदान समाज को ऊंचा उठाना है तो एकमात्र वर्तमान में मौजूद कर्मठ मृदुभाषी, सहनशील एवं सही दिशा देने वाले मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद को मूलवासी सदानों को साथ देना होगा। उन्होंने कहा कि राजेन्द्र प्रसाद ही ऐसे नेता हैं जिन पर हमें भरोसा है।ये संपूर्ण झारखंड के मूलवासी सदानों को सही दिशा दे रहे हैं । उन्होंने मूलवासी सदानों की पीड़ा को गीत के रूप में गाकर प्रस्तुत किया।
डॉ सुदेश कुमार साहू ने कहा कि झारखंड के सदान सदानी झण्डा को पूर्ण सम्मान एवं श्रद्धा से स्वीकार कर लिया है। सभी सदान परिवार बढ़-चढ़कर स्वेच्छा से सदानी झंडा को स्थापित कर रहे हैं। नागपुरी भाषा परिषद के अध्यक्ष डॉक्टर राम प्रसाद ने कहा कि सदानी भाषा नागपुरी सहित अन्य और तीन भाषाओं की से पढ़ाई प्राथमिक स्तर से कराने की मांग की। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के बीच समय में झंडा का वितरण किया गया।
अमित साहू ने कहा कि बाबूलाल मरांडी की सरकार में ओबीसी का आरक्षण को घटाया गया और पंचायत को पूरी तरह से आरक्षित किया गया था । जिससे मूलवासी सदानों का अधिकार हनन हुआ इसके बावजूद अनारक्षित सीट से राजधनवार से बाबूलाल जी, को मूलवासी सदानों ने विधायक बनाया। उन्होंने कहा बाबूलाल जी को झारखंड में मुख्यमंत्री बनना है तो हमारे केंद्रीय नेता को लोकसभा और विधानसभा का टिकट देना होगा।
केंद्र और राज्य सरकार के अलावे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी 15 सूत्री मांग प्रस्ताव जो पारित हुआ उसको भेजने का निर्णय लिया गया।

पारित किए गए प्रस्ताव

स्थानीय नीति को परिभाषित अंतिम सर्वे 1964 के आधार पर किया जाए और नियोजन नीति स्थानीय नीति के आधार पर तय किया जाए।
विधानसभा की सीट को 81 सीट से बढ़कर 160 सीट किया जाए.
लोकसभा की सीट को 14 से बढ़कर 28 किया जाए ।
विधान परिषद का गठन 2026 से पहले किया जाए जिससे उस क्षेत्रों के मूलवासी सदानों को भी विधानसभा में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल सके जिस क्षेत्र में सदान कभी सांसद, विधायक, मुखिया ,प्रमुख, और जिला परिषद अध्यक्ष नहीं बन पा रहे हैं।
परिसीमन आयोग का निर्णय को लागू किया जाएl
झारखंड में जातीय जनगणना कराया जाए।
राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अनुशंसा को लागू करते हुए क्रॉस सरकार तमिलनाडु के तर्ज पर ओबीसी को 36 से 50% आरक्षण दे।
स्वर्ण को 10% मिलने वाला आरक्षण झारखंड के मूलवासी सदान को दिया जाएl
पिछड़ों का आरक्षण जो 7 जिलों में शून्य है उसमें सुधार करते हुए पिछड़ों की आबादी के अनुसार से आरक्षण सुनिश्चित किया जाएl
सदानों के चार क्षेत्रीय भाषा नागपुरी, खोरठा, पंचपरगनिया, और कुरमाली की पढ़ाई क्लास 1 से किया जाए।
मूलवासी सदान छात्र-छात्राओं के लिए हर जिला मुख्यालय में छात्रावास का निर्माण कराया जाए।
सदान आयोग का गठन किया जाए।
13. अनुसूचित क्षेत्र का निर्धारण पंचायत स्तर पर करने के बाद ही पंचायत चुनाव कराया जाएl
लोकसभा विधानसभा महापौर की आरक्षित सीटों का रोटेशन किया जाए।
मूलवासी सदानों विकास के लिए हर वर्ष 500 करोड़ का बजट में विशेष प्रावधान किया जाए।
कार्यक्रम में सदानों के प्रतिनिधियों द्वारा झारखंड रत्न से पुरस्कृत होने पर श्री राजेंद्र प्रसाद तथा डॉ सुदेश कुमार साहू को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम का मंच संचालन डा सुदेश कुमार साहू द्वारा किया गया।
आज के विचारगोष्ठी में डॉ.रामप्रसाद, डा उमेश नंद तिवारी, डॉ. विजय प्रकाश, डॉ.संजय कुमार सारंगी,
विश्वनाथ गोप,इंद्रदेव शास्त्री, विरन महतो,विक्रम कुमार,मीडिया प्रभारी विशाल सिंह, विशाल कुमार साहू, अमित कुमार साहू, चंदन कुमार प्रसाद, डॉ. पी. आर. लाहा, डॉ रवि भूषण साहू,राजेश कुमार,मंजूर खान, नेसार खान,मोहर राम,मुरारी प्रसाद गुप्ता,प्रशांत कुमार,लक्ष्मी नारायण साहू, हसन कुरैशी,अब्दुल कादिर, अरविंद कुमार साहू,विकास कुमार साहू,सतीश कुमार साहू,कलिंदर साहू,तारकेश्वर साहू,पप्पू कुमार,उमेश साहू,प्रदीप साहू,राहुल साहू सहित सैकड़ों सदान प्रतिनिधि सम्मिलित थे।

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