राजमहल : हिंदू धर्म रक्षा मंच के अध्यक्ष संत कुमार घोष ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईमेल के माध्यम से दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन जो जारी किए गए हैं उन पर संशोधन एवं पूजा समिति श्रद्धालुओं को छूट देने के लिए दो बिंदु पर मुख्यमंत्री से विचार करने का आगरा किया गया ताकि हिंदू समाज पर आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं हो सके।इसको लेकर मंच के अध्यक्ष संत कुमार ने ईमेल के माध्यम सेप्रेषित किया और कहा कि दुर्गा पूजा समिति पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नवरात्री की पूजा मनाएगी।इसी के देखते हुए मुख्यमंत्री से प्रमुख रूप से 2 मांगों पर संशोधन एवं पूजा समिति श्रद्धालुओं को छूट देने के लिए मुख्यमंत्री से विचार करने का आगरा किया गया। ताकि हिंदू समाज पर आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं हो सके,सरकार के द्वारा गाइडलाइन तर्कसंगत हो।
9 दिन तक नौ रूपों की पूजा होती है
पहला नवरात्रि में लोडस्पीकर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। 9 दिन तक नौ रूपों की पूजा होती है। उसमें भक्त एवं श्रद्धालु उस पूजा में उपस्थित होकर पंडितजी के मुखारविन्द से मंत्र उच्चारण को दोहराते हैं और पूजा करते हैं। यदि 50 की संख्या में छ -छ फिट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन यदि करता है। तो लगभग दूरी 300 फीट होता है 300 फीट के पिछे बैठे भक्तों पर पंडित जी द्वारा मंत्र उच्चारण का आवाज बिना लोडस्पीकर से नहीं हो सकता है। इसीलिए लोडस्पीकर की अति आवश्यक है। दुसरा प्रसाद या भोग वितरण पर रोक है जो कि तर्कसंगत नहीं है।यहां आस्था के साथ विरोध वाली गाइडलाइन जारी की गई है, दुर्गा पूजा में नवरात्रि के नौ रूपों की पूजा होती है और नौ रूपों की प्रसाद पाने के लिए भक्तों एवं श्रद्धालु तत्पर रहते हैं कि कब मां की प्रसाद मिले।शीघ्र विचार कर तर्कसंगत नियम हो यह अपेक्षा हिंदू धर्म रक्षा मंच रखती है।