रामगढ़ थाने में शांति सह निगरानी समिति की बैठक में दिया गया निर्देश
रामगढ़ । ईद,रामनवमी और सरहुल जैसा बड़ा त्योहार चुनाव आयोग के गाइडलाइन के आधार पर मनाया जाएगा। आम नागरिक आस्था और हर्षोल्लास के साथ त्योहार तो मनाएंगे लेकिन उन्हें कुछ पाबंदियों का भी सामना करना पड़ेगा। चुनावी समय में त्योहारों में शांति बरकरार रहे इसके लिए जिला प्रशासन भी पहले से ही काफी एहतियात बरत रहा है। शनिवार को रामगढ़ थाने में शांति सह निगरानी समिति की बैठक में एसडीओ आशीष गंगवार ने रामनवमी कमेटी और ईद के मौके पर लगने वाले जमावड़े को लेकर अपना निर्देश भी स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में शांति व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए। त्योहार मनाने का हक आम नागरिक को है लेकिन आदर्श आचार संहिता का पालन करना भी जरूरी है।
एसडीओ आशीष गंगवार ने बताया कि रामनवमी के त्योहार को लेकर कमेटी के लोगों से समस्याओं की जानकारी ली गई। साथ ही उन्हें यह बताया गया कि आम नागरिक प्रशासन का सहयोग करें और प्रशासन भी बढ़-चढ़कर उनके साथ देगा। किसी भी स्तर पर शांति व्यवस्था भांग नहीं होने दी जाएगी।
एसडीओ ने यह भी कहा कि कमेटी के लोगों ने जितनी समस्याओं को रखा है उसपर पूरा ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा जिस रूट से पिछले वर्ष रामनवमी का जुलूस निकाला गया था, उसी रूट से इस वर्ष भी जुलूस निकलेगा। उसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। रात दस बजे के बाद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के गाइडलाइन के अनुसार साउंड वॉल्यूम 40 डेसीबल से अधिक नहीं होगा।
एसडीओ आशीष गंगवार ने बताया कि त्योहारों में शांति भंग करने वाले और असामाजिक तत्वों पर पूरी नजर रखी जा रही है। धारा 107 और 144 पर पूरी कार्रवाई होगी। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों को भी नहीं बक्शा जाएगा। किसी भी तरह की शिकायत मिलती है तो तत्काल कार्रवाई होगी। इसके अलावा जुलूस में आपत्तिजनक गाने बजाने पर भी पूरी तरीके से प्रतिबंध है।
किसी की धार्मिक भावना आहत न हो इसका ख्याल हर धर्म के लोग रखेंगे। बैठक में अंचल अधिकारी सत्येंद्र नारायण पासवान, प्रखंड विकास पदाधिकारी पूजा कुमारी, रामगढ़ थाना प्रभारी अजय कुमार साहू सहित समाज के प्रबुद्ध नागरिक और कमेटी के पदाधिकारी मौजूद थे।