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बाजार में कोविड 19 की कई दवाएं, कौन है सबसे सस्ती

भारत में कोरोना के मामले जितनी तेजी से बढ़ रहे हैंए उतनी तेजी से ठीक भी हो रहे हैं। संक्रमित मरीजों की संख्या 20 लाख पहुंचने वाली है और रोजाना औसतन 50 हजार नए लोग संक्रमित हो रहे हैं। इन सब के बीच अच्छी बात ये है कि बाजार में कोरोना की दर्जनों दवाइयां आ गई हैं। ये दवाइयां कारगर भी हैं और डॉक्टर इनका धड़ल्ले से इस्तेमाल भी कर रहे हैं। बाजार में कोरोना की अलग.अलग दवाइयां हैं। कोई दवा कंपनी टैबलेट लॉन्च कर रही है तो कोई कंपनी इंजेक्शन लॉन्च कर रही है। हर किसी का अलग.अलग परिस्थियों में इस्तेमाल किया जा रहा है और इनकी कीमत भी अलग.अलग है। इस बात को जरूर याद रखें कि अभी तक कोरोना की कोई भी आधिकारिक दवा नहीं आई है।

ल्यूपिन की कोविहॉल्ट

ल्यूपिन ने बुधवार को कोविड. 19 के हल्के और कम गंभीर रोगियों के इलाज के लिए दवा फेविपिराविर को किविहाल्ट ब्रांड नाम के साथ बाजार में उतारा है। इसकी एक गोली का मूल्य 49 रुपये रखी गई है। ल्यूपिन ने शेयर बाजारों को भेजी नियामकीय जानकारी में कहा है कि फेविपिराविर को आपात स्थिति में इस्तेमाल के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक ;क्ब्ळप्द्ध से अनुमति मिल गई है। इसमें कहा गया है कि कोविहाल्ट में दवा की मात्रा को प्रशासन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है।

सन फार्मा की फ्लुगार्ड

सन फार्मास्‍यूटिकल इंडस्‍ट्रीज लिमिटेड ने घोषणा की कि इसने भारत में 35 रुपये प्रति गोली की रियायती दर पर फ्लुगार्ड लॉन्‍च किया है। यह गोली कोविड.19 के हल्‍के से मध्‍यम स्‍तर तक के मामलों में उपचार के लिए है। फ्लुगार्ड इस हफ्ते से बाजार में उपलब्‍ध होगी।

बीडीआर फार्मा की फेविपिराविर

बीडीआर ने एंटीवायरस ड्रग फेविपिरवार को लॉन्च किया है जिसका इस्तेमाल कोरोना मरीजों को ठीक करने में किया जाएगा। एक टैबलेट की कीमत 63 रुपये है। इसके अलावा कंपनी पेसेंट असिस्टेंट प्रोग्राम भी लॉन्च की हैए जिसके तहत जरूरतमंद मरीजों को सब्सिडी कीमत पर दवा मिलेगी।

जुबिलिएंट जेनेरिक्स की जूबिआर

जुबिलिएंट जेनेरिक्स ने कोरोना के लिए रेमेडेसिवीर का जेनरिक वर्जन जूबिआर के नाम से लॉन्च किया है। भारतीय बाजार में एक शीशी की कीमत 4700 रुपये है। जुबिलिएंट जेनेरिक्स की सब्सिडियरी कंपनी है। कंपनी ने कहा कि उसकी दवा 1000 से ज्यादा अस्पतालों में उपलब्ध होगी।

ग्लेनमार्क की फैबिफ्लू

ग्लेनमार्क फार्मा ने एंटीवायरल दवा फैबिफ्लू की कीमत में कटौती की है। जब इसे बाजार में लॉन्च किया गया था तब इसकी कीमत 103 रुपए थी। अब यह 75 रुपए में मिल रही है। कंपनी ने तीसरे चरण का ट्रायल भी किया है। इसका रिजल्ट काफी शानदार रहा है।

सिपला की सिपरमी

जून के महीने में ब्पचसं ने रेमडेसिवीर का जेनरिक वर्जन सिपरमी दवा को लॉन्च किया था। इस दवा को मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग की अनुमति मिल चुकी है। इस दवा को हॉस्पिटलाइजेशन मामले में अडल्ट और बच्चों पर इमर्जेंसी में इस्तेमाल की अनुमति दी गयी है। यह एक इंजेक्शन है। रेमडेसिवीर के इस जेनरिक वर्जन की कीमत 4000 रुपया प्रति वाइल है।

हेटरो फार्मा की कोविफोर

हेटरो  ने रेमडेसिवीर का जेनरिक वर्जन कोविफोर लॉन्च किया है। हेटरो लैब्स को कोविफॉर के मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग की इजाजत दी गयी है। कोविफॉर की कीमत 5400 रुपये प्रति शीशी है। इसका इस्तेमाल केवल अस्पताल में भर्ती मरीजों का पर किया जा सकता है। इस दवा का इस्तेमाल घर पर रहने वाले मरीजों को नहीं करना है। पूरे कोर्स के दौरान एक मरीज पर 6 इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसका मतलब कुल खर्च 33 हजार रुपये के करीब है।

मायलन की डेसरेम

मायलन ने रेमडेसिवीर के जेनरिक वर्जन डेसरेम को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है। क्ब्ळप् से इसे मंजूरी मिल चुकी है। इसकी कीमत 4800 रुपये है। इस दवा का इमर्जेंसी इस्तेमाल किया जाएगा।

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