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विधायक अंबा प्रसाद  की बड़ी पहल

एनटीपीसी हेतु अर्जित भूमि से संबंधित शिकायतों के निराकरण के लिए 8 को प्रखंड मुख्यालय में की जाएगी सुनवाई

आयुक्त के अध्यक्षता में उपायुक्त, विधायक तथा एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक रहेंगे उपस्थित

हजारीबाग।पिछले कई सालों से बड़कागांव में एनटीपीसी त्रिवेणी सैनिक तथा स्थानीय ग्रामीणों के बीच नौकरी मुआवजा तथा विस्थापन को लेकर चली आ रही समस्याओं का समाधान अब होने वाला है। इसके लिए बड़कागांव की विधायक अंबा प्रसाद का अहम योगदान है। पूर्व मंत्री योगेंद्र साव तथा पूर्व विधायक निर्मला देवी भी आज मुआवजा विस्थापन से संबंधित धरना प्रदर्शन के मामले में जेल में बंद है। ज्ञात हो कि विगत कुछ दिनों से ग्रामीणों के द्वारा एनटीपीसी के खनन,प्रेषण तथा परिवहन सहित सभी तरह के कार्यों को विधायक अंबा प्रसाद के नेतृत्व में बंद करवा दिया था। सरकार के समक्ष अपनी 12 सूत्री मांग रखी थी। सरकार ने इस पर पहल करते हुए आयुक्त उत्तरी छोटानागपुर के अध्यक्षता में 4 सदस्यीय कमिटी का गठन कर दिया।गठित समिति में आयुक्त उत्तरी छोटानागपुर को अध्यक्ष तथा उपायुक्त हजारीबाग, विधायक बड़कागांव तथा एनटीपीसी के कार्यकारी अध्यक्ष को सदस्य बनाया गया। समिति को 20 अगस्त तक रिपोर्ट समर्पित करने का समय दिया गया था। उसी के आलोक में सरकार के अवर सचिव, आयुक्त कार्यालय उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल हजारीबाग के द्वारा पत्र निर्गत कर हजारीबाग जिला अंतर्गत एनटीपीसी परियोजनाओं हेतु अर्जित भूमि से संबंधित शिकायतों के निराकरण हेतु राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग के अधिसूचना 293 दिनांक 22/07/ 2020 द्वारा गठित समिति के सदस्यों को 8 अगस्त 2020 के अपराहन 12:00 बजे प्रखंड कार्यालय बड़कागांव में मुआवजा भुगतान, रोजगार तथा पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन से संबंधित शिकायतों की सुनवाई हेतु अध्यक्ष के द्वारा तिथि निर्धारित की गई है। अनुरोध किया गया है कि सभी सदस्य शामिल होकर उक्त समस्याओं के समाधान हेतु अपना योगदान देंगे। एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक ने पत्र के माध्यम से अनुरोध किया था कि समिति के कार्यक्रम में सहयोग के लिए AGM(R&R), DGM(LA) तथा AGM(HR) को भी उपस्थित रहने की अनुमति दिया जाए अनुरोध को स्वीकार करते हुए उन्हें उपस्थित रहने की अनुमति दी गई है।विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि मेरे पिता का सपना था कि बड़कागांव के किसानों को उनका हक अधिकार और बड़का गांव के नौजवानों को रोजगार के साथ-साथ भयमुक्त तथा खुशहाल बड़कागांव का निर्माण हो। इसके लिए उन्होंने कई वर्षों तक संघर्ष किया, बड़का गांव के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में भाग लिया। उनके ऊपर कई तरह से जुल्म किया गया।प्रशासन ने उनके कान के पर्दे फाड़ दिए उन पर दर्जनों झूठे मुकदमे कर केवल जेल ही नहीं भेजा। बल्कि उन पर सीसी एक्ट लगाकर उनको तथा पूर्व विधायक निर्मला देवी को राज्य बदर भी कर दिया गया। विधायक अंबा प्रसाद भावुक होकर बोलती है कि पिता के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए मुझे अपने आईएएस की पढ़ाई को बीच में ही रोक देनी पड़ी। मेरे साथ साथ मेरे पूरे परिवार को प्रताड़ित किया गया हम सभी के ऊपर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। पर ना तो मेरे पिता ने हर माना और ना मैंने हार मानी अपने पिता के सपनों को साकार करने का संकल्प ले लिया। आज उसी का परिणाम है कि मैं राजनीति में आई और अब लगता है कि हमारे पिता का संघर्ष और हमारा बलिदान बड़कागांव के जनता के काम आ रही है।अब बडकागांव को हेमंत सरकार उनको वंचित अधिकार देने पर विचार कर रही है और हम प्रयास कर रहे हैं।

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