आदिवासी सरना समाज की धार्मिक स्थल को लेकर हुई बैठक
रांची।सतरंजी बस्ती तुपुदाना रांची मे आदिवासी सरना समाज की धार्मिक स्थल (तीन समानी) को लेकर बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि ईसाइयों द्बारा उक्त जमीन पर कब्जा की जा रही है।दिनांक 6/8/2020 दिन वृहस्पतिवार को अचानक गांव के सामाजिक परंपरा की जमीन, जिसमें पूरे गाँव मौजा के ग्रामीण धार्मिक कार्यक्रम करते हैं। उस जमीन को आदिवासी परंपरा के अनुसार तीन-सिमानी स्थल मानते आये हैं।वहाँ धड़ले से सौ की संख्या मे दिवार की घेराबंदी का कार्य बलबीर केरकेट्टा (ईसाई समुदाय) नामक भू माफिया द्बारा असामाजिक तत्व के संरक्षण मे अवैध रूप से,ग्रामीणो को डरा घमका कर घेराबंदी किया जा रहा है ।
सूचना देने पर भी कार्य नहीं रोका गया
ग्रामीणों तथा सामाजिक संगठनों द्वारा प्रशासन को सुचना देने पर भी कार्य नहीं रोका गया। जबकि न्यायालय मे 144 एवं 107 का केस चल रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि वह बलबीर केरकेट्टा सिमडेगा का रहने वाला है तो फिर गैरमजुरवा जमीन जो आदिवासियों की सामाजिक व्यवस्था तीन-सिमानी की जमीन है। उसे कैसे बंदोबस्ती करा लिया।
अवैध घेराबंदी को तुरंत रोका जाए
ग्रामीणों एवं सामाजिक संगठनों , जिसमें अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् , केन्द्रीय सरना समिति , राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा , वीर बुध्दु भगत हुही मोर्चा , और कांके सरना समिति ने राँची उपायुक्त से मांग की कि,इस अवैध घेराबंदी को तुरंत रोका जाए , और मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए।
बैठक में ये हुए शामिल
इस बैठक मे कुनदरसी मुण्डा , संजय कुजूर , पवन तिर्की , बंधन टोप्पो , प्रकाश मुण्डा , सोनू खलखो , सुनिता मुण्डा , प्रतित कच्छप , वासुदेव भगत , पूर्व पार्षद धारमु लिणड़ा, नॉवेल कच्छप , झारिया उरांव , मुन्ना लकड़ा , सुखराम मुण्डा , ननदीया कच्छप,जया टोप्पो,गीता तिर्की , और तुपुदाना,हुलहुड़ू गुनदू के समस्त सैकड़ो सरना आदिवासी उपस्थित हुए थे ।