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आदिवासी समाज की कृतियां और गाथाएं आदिवासी दिवस की पहचान: ममता देवी

  • विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन
  • भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण

रामगढ़। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर जिला के विभिन्न क्षेत्रों में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। स्थानीय विधायक ममता देवी ने आदिवासी दिवस के अवसर पर बुढा खुखरा स्थित बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस मौके पर विधायक ममता देवी ने कहा कि हमारे आदिवासी समाज की कृतियां और गाथाएं विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर बतायी जानेवाली सुक्तियां नहीं हैं।

बल्कि पूरे विश्व समुदाय के लिए ऐसी प्रेरक घोषणाएं हैं। जिनके माध्यम से हर दिन नये जीवन का प्रारंभ कर सकते हैं। हमारे राज्य झारखंड के आदिवासी समुदाय के संघर्ष की स्वर्णिम गाथाएं स्वतंत्रता आंदोलन की गवाह रही हैं। जमाखोरी,सूदखोरी और महाजनी प्रथा के खिलाफ संताल की लड़ाई को भला कौन भूल सकता है। साथ ही बिरसा के वंशजों की बिरसाईत के अंश आज भी काल के कपाल पर साफ दिखायी देते हैं।भला उन वीरों को कौन भूल सकता है। जिन्होंने 1831 के कोल विद्रोह में स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल फूंका था।उन हूल उलगुलान के क्रांति नायकों के बलिदान को कैसे भुलाया जा सकता है।जिन्होंने अपने हौसले से दंभी अंग्रेजों का खून सुखा दिया था। हम भगवान बिरसा के सदैव ऋणी रहेंगे।जिन्होंने युवावस्था में ही उलिहातु और आसपास के आदिवासी समुदाय के युवाओं के साथ डुंबारी पहाड़ पर अंग्रेजों से लोहा लिया था। ये आंदोलन इस बात का सबूत हैं कि हम संघर्षशील रहे हैं। हमारी रगों में आंदोलन का खून बहता है। मौके पर युवा नेता हीरालाल महतो,भरत महतो, दिगम्बर महतो,दिनेश मुंडा,लाल बिहारी महतो,सुरेश महतो, सुरेश पटेल,रीता देवी, सीता देवी,पुनम देवी आदि मौजूद थे।

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