झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण ने फिर से गदर मचा दिया है। बीते दिन पूरे राज्य में करीब 2000 कोरोना संक्रमितों की पहचान की गई थी। इस बीच शनिवार को रांची में आज 904 नए संक्रमित मिले हैं। पांच कोरोना मरीजों की मौत हुई है। इससे पहले शुक्रवार को झारखंड में एक साथ 17 कोरोना मरीजों की मौत से हाहाकार मच गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सचिवालय में 100 से अधिक कोरोना पॉजिटिव की पहचान की गई।
45 वर्ष से कम आयु के हेल्थ वर्कर के पहली डोज पर रोक
भारत सरकार ने 45 वर्ष से कम आयु के हेल्थ केयर वर्कर व फ्रंटलाइन वर्करों के पहली डोज के टीकाकरण पर रोक लगा दी है। अब कोविन पोर्टल पर नया निबंधन नहीं हो रहा है। जिनका पूर्व में निबंधन हो चुका है उनका ही टीकाकरण हो रहा है। शुक्रवार को भी 80 हेल्थ केयर वर्कर तथा 372 फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगा था। टीकाकरण के चौथे चरण में अब सिर्फ 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र वाले को ही टीका दिया जा रहा है। 45 वर्ष या इससे अधिक आयु के हेल्थ केयर एवं फ्रंटलाइन वर्करों को पहला टीका सामान्य नागरिकों की श्रेणी में ही दिया जा रहा है।
भारत सरकार ने टीकाकरण में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पूरे देश में इसपर रोक लगा दी है। दरअसल, हेल्थ केयर वर्कर तथा फ्रंटलाइन वर्कर नहीं होने के बाद भी कुछ लोगों का इस श्रेणी में टीकाकरण हो जाने की बात सामने आई थी, जिसके बाद तीन अप्रैल को हुई बैठक में इसपर निर्णय लिया गया था। जिन कर्मियों को पहली डोज लग चुकी है उन्हें अनिवार्य रूप से दूसरी डोज भी लगेगी।
राज्य में अबतक लक्ष्य के विरुद्ध 91 फीसद हेल्थ केयर वर्कर्स तथा 79 फीसद फ्रंटलाइन वर्कर्स का पहली डोज का टीकाकरण हो चुका है। इन सभी को टीकाकरण के लिए पर्याप्त समय दिया गया। बता दें कि राज्य में 16 जनवरी से हेल्थ केयर वर्करों तथा दो मार्च से फ्रंटलाइन वर्करों का टीकाकरण शुरु किया गया था। इसके बाद तीसरे चरण में बुजुर्ग एवं चौथे चरण में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण शुरु किया गया।