रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि देश में संभवतः ऐसा पहली बार हुआ है।जब राज्य का स्वास्थ्य मंत्री अपनी जान की परवाह किये बिना पीपीई किट पहन कर खुद कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहा है। प्रदेश प्रवक्ताओं ने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्री मौत के मातम के बीच टीकोत्सव मनाने में व्यस्त है। केंद्रीय मंत्री और भाजपा के कई नेता चुनाव प्रसार में जुटे है।वैसे संकट के समय में चुनाव प्रचार से दूर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता लगातार विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करने के साथ ही खुद अस्पताल पहुंच कर मरीजों का हाल जानने में लगे है।संगठन इनके इस जज्बे की भूरि भूरि सराहना करती है और यह उम्मीद करती है कि जिस राज्य का स्वास्थ्य मंत्री अपनी जान की परवाह छोडकर जनता की सुरक्षा के लिए तत्पर रहे वहाँ महामारी की चुनौतियों को परास्त किया जाएग एवं राज्य की जनता को चिंता करने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि यकीनन यह वक्त चुनौतियों से भरा है, इसके बावजूद जान-जोखिम में डालकर स्वास्थ्य मंत्री लगातार लोगों को मदद पहुंचाने की कोशिश में जुटे है। यह पिछले एक सदी का सबसे बड़ी महामारी है और इसमें सभी का व्यापक सहयोग जरूरी है। विशेष कर निजी अस्पतालों से भी यह अपील है कि वे सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए 50 प्रतिशत से अधिक सीटें कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित करें और यह सुनिश्चित करें कि निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों का आर्थिक दोहन ना हो।
प्रदेश प्रवक्ता ने इस संकट की घड़ी में केंद्र सरकार से तत्काली दवा, वेंटिलेटर और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराने का आग्रह किया, ताकि भयावह स्थिति को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।