आज छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस ने चार नक्सलियों को मार गिराया। बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने बताया कि जिला रिजर्व बल, 201 बटालियन कोबरा और 223 बटालियन सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन में चार नक्सलियों को मार गिराया। ये मुठभेड़ जगरगुंडा इलाके के जंगलों में हुई। पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज ने बताया कि इलाके से हथियारों को बरामद कर लिया है।
12 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में रविवार को 12 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। इनमें पांच के ऊपर कुल छह लाख रुपये का इनाम घोषित था। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने को बताया, ‘नक्सली दंतेवाड़ा में पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष पेश हुए। उन्होंने कहा कि वे स्थानीय पुलिस द्वारा चलाए जा रहे पुनर्वास अभियान से प्रभावित हैं और खोखली माओवादी विचारधारा से निराश हैं।’ दंतेवाड़ा के विधायक देवती करमा भी इस मौके पर मौजूद थे। पल्लव ने बताया कि इन नक्सलियों में चंदूराम सेतिया माओवादियों की प्लाटून नंबर 26 का सक्रिय सदस्य था और कथित रूप से तीन नक्सली हमलों में शामिल था। इन हमलों में 2008 में भुसारस-चिंगावरम में हुआ हमला भी शामिल है जिसमें 23 पुलिसकर्मी और दो नागरिक मारे गए थे। उन्होंने बताया कि सेतिया पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पल्लव के अनुसार चार अन्य नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। इनमें लखमू हेमला, सुनील ताती, मनु मंडावी और मैतूराम बरसा शामिल हैं। बाकी सात नक्सली निम्न क्रम के सदस्य थे। इनमें से अमित कवासी कथित रूप से अक्तूबर 2018 में निलावय हमले में शामिल था जिसमें दंतेवाड़ा में तीन पुलिसकर्मी और दूरदर्शन का एक कैमरामैन मारे गए थे।