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जेल में बंद मनोज चाैधरी समेत 17 पर चलेगा आतंकवाद का मुकदमा

गिरिडीह डीसी ने सरकार को भेजी रिपोर्ट

रांची । माओवादियों के लेवी से अकूत संपत्ति खड़ा करने वाले पीरटांड़ के भारती चलकरी निवासी मनोज चौधरी व निमियाघाट के नगलो निवासी झरीलाल महतो की मुश्किलें बढऩे वाली है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी(एनआइए) ने इन दोनों को नक्सली सिंह के मामले में पूर्व में ही गिरफ्तार कर रांची जेल भेज चुकी है।

लेवी के पैसे से संपत्ति खरीददारी का आरोप

गिरिडीह के उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने बुधवार को मधुबन थाने में वर्ष 2018 में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर कार्रवाई करते हुए मनोज चौधरी, झरीलाल महतो, झरीलाल के परिवार की आधा दर्जन महिलाएं समेत 17 लोगों के खिलाफ आतंकवाद व विस्फोटक अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की अनुशंसा सरकार से की है। इसमें झरीलाल की मां, बहन, बहनोई, चाची सहित भाई शामिल है। जिनपर लेवी के पैसे से संपत्ति खरीददारी का आरोप है।

  • इनके खिलाफ की गई कार्रवाई की अनुशंसा
  1. भाकपा माओवादी केंद्रीय कमेटी सदस्य व एक करोड़ के इनामी पतिराम मांझी उर्फ अनल दा, झरहा पीरटांड़
  2. स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य व 25 लाख रुपये के इनामी अजय महतो उर्फ अंजन दा उर्फ टाइगर उर्फ मोछू
  3. जोनल कमेटी सदस्य व 10 लाख रुपये के इनामी रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा
  4. मनोज चौधरी भारती चलकरी पीरटांड़
  5. झरीलाल महतो, नागलो निमियाघाट
  6. झरीलाल की मां टुकनी देवी, नागलो निमियाघाट
  7. चौहनी देवी उर्फ सोहवा देवी, घनहरा डुमरी
  8. विनोद कुमार महतो, निचितपुर खरियो, बरोरा धनबाद
  9. झरीलाल के छोटे भाई की पत्नी उमा देवी, नगलो निमियाघाट
  10. झरीलाल का भाई कैलाश महतो, नगलो निमियाघाट
  11. झरीलाल की चाची ललिया देवी, नगलो निमियाघाट
  12. बॉबी देवी, बड़कीटांड़ फुसरो, बोकारो
  13. झरीलाल का बहनोई राजू महतो दुधपनिया डुमरी
  14. झरीलाल की बहन यशोदिया देवी, दुधपनिया डुमरी
  15. रामेश्वर महतो बरियारपुर डुमरी, निमियाघाट
  16. बच्चन कुमार त्रिवेदी रेम्बा हीरोडीह
  17. बच्चन कुमार त्रिवेदी की पत्नी उर्मिला देवी, करबला रोड गिरिडीह

गुमनाम चिट्ठी से हुआ पूरे मामले का खुलासा

नौ फरवरी 2018 को किसी पीडि़त ने गिरिडीह के तत्कालीन एसपी सुरेंद्र कुमार झा को गुमनाम चिट्ठी लिख अजय महतो, रामदयाल महतो, नुनूचंद महतो, मनोज चौधरी व झरीलाल महतो के आतंक से मुक्ति दिलाने की गुहार लगाई गई थी। इसमें उल्लेख किया गया था कि इन लोगों ने लेवी के रुपये से अकूत संपत्ति खड़ी की थी। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर मधुबन थाने में पहले सनहा और बाद में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मधुबन के तत्कालीन थानेदार मिसिर उरांव ने इसके अनुसंधानकर्ता थे। जांच में पता चला कि कभी तोता बेचने वाले एवं लाल कार्डधारी मनोज चौधरी व जैन कोठी में काम करने वाले झरीलाल महतो की संपत्ति करोड़ों में है। इसके बाद दोनों की संपत्ति एनआइए ने जब्त की थी।

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