Breaking News

झारखंड आंदोलनकारी काली प्रसाद चक्रवर्ती नहीं रहे

क्षेत्र में शोक की लहर, शोक सभा

शोक संवेदना प्रकट करने वालों का लगा ताता

रामगढ़। झारखंड आंदोलनकारी एवं झामुमो के वरिष्ठ नेता क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी काली प्रसाद चक्रवर्ती अब हमारे बीच में नहीं रहे। उनका 70 वर्ष के उम्र में गुरुवार की रात को निधन हो गया। स्व चक्रवर्ती का पुत्र सुनील चक्रवर्ती ने बताया कि मेरे बाबा (पिता) का कल संध्या में अचानक छाती में दर्द होने से तबीयत खराब हुआ। उन्हे रांची के मेदांता अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनका हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया। दिवंगत काली प्रसाद चक्रवर्ती रामगढ़ जिला के गोला प्रखंड अन्तर्गत बरियातू गांव के रहने वाले थे। वे झामुमो के क्षेत्र के वरिष्ठ कद्दावर नेता, उन्होने झारखंड अलग राज्य की लड़ाई लड़ने में राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के साथ वर्षों साथ रहकर अग्रणी भूमिका निभाई थी। वे बरियातू में रहकर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण चिकित्सक के रुप में भी कार्य करते थे। एक समय में वे हजारीबाग जिला के रामगढ़, गोला आसपास के झामुमो के एकमात्र नेता थे और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के बहुत ही करीबी थे। उनके निधन पर विधायक ममता देवी, पूर्व विधायक अर्जुन राम, कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता शहजादा अनवर, रोशन लाल चैधरी, प्रखंड प्रमुख जलेश्वर महतो, वरिष्ठ पत्रकार उमाकांत महतो, समाजसेवी सुधीर मंगलेश, प्रभाकर मिश्र, सुरेश चन्द्र मिश्र, दुःख हरण पोद्दार, विमल कृष्ण पंडा, पंचानन पाठक, दिनेश महतो, कुंवर कुमार बक्सी, जनार्दन पाठक, मुन्ना सेठ, चन्द्रशेखर महतो, अशोक महतो, गोपी सोनी, विनोद बिहारी महतो, भागवत तिवारी, अंगद महतो, मनोज मिश्र, विजय ओझा, अक्षय अग्रवाल, प्रदीप चन्द्र लाला, दिनेश पोद्दार, बरतू करमाली, राम विनय कुमार, अभय कुशवाहा, शिवप्रकाश, निहार रंजन, पोपेश पंडा, संतोष तिवारी, सुनील कुशवाहा सहित क्षेत्र के विभिन्न राजनीति दल, सामाजिक संगठन, बुद्धिजीवी, गणमान्य लोगों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।

Check Also

पारंपरिक कौशल से समृद्ध है झारखंड, इसे प्रोत्साहित करने की जरूरत

🔊 Listen to this रांची में राज्य स्तरीय कौशल महोत्सव के आयोजन पर विचार करें …