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धनबाद और जामताड़ा को जोड़ने वाले पुल के निर्माण की उठी मांग

पुल निर्माण संघर्ष समिति ने कृषि मंत्री को सौपा मांग पत्र

बारबेंडियां का पुल 12 वर्षों से है अधूरा

जामताड़ा। जामताड़ा व धनबाद को जोड़नेवाली नदी बराकर में बनी पुल वर्षों से अधूरा रहने को लेकर ग्रामीणों ने कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को मांग पत्र सौपा। बता दें कि जामताड़ा के बराबेंडिया घाट पर कई वर्ष पूर्व पुल का निर्माण कराया गया था। लेकिन भारी बारिश के कारण पुल ध्वस्त हो गया था। तब से ये पुल अधूरा जी रह गया। पुल का निर्माण नही होने से ग्रामीणों को काफी परेशानी होबरहि है। सूबे में कई रसजनीतिक पार्टियों की सरकार बनी। लेकिन इस पुल का निर्माण नही हो सका। इसे देखते हुए ग्रामीणों ने पुल निर्माण संघर्ष समिति का गठन किया गया था। समिति ने अनेको संघर्ष किया लेकिन पुल निर्माण का सपना अधूरा जी रह गया।

बराकर नदी का बराबेंडिया घाट से धनबाद की दूरी आधी

बता दें कि जामताड़ा से धनबाद की दूरी मुख्य सड़क से लगभग 80 किमी पड़ती है। लेकिन बराकर नदी के बारबेंडियां घाट से होकर धनबाद की दूरी आधी यानी 40 किमी हो जाती है। इसी सौच से राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने इस घाट पर पुल निर्माण की स्वीकृति दी तो। घाट पर पुल बनी। लेकिन पहली बारिश ने ही पुल को ध्वस्त कर दिया था। तब से आज तक ये पुल अधूरा ही रह गया।

राज्य का सबसे लंबा पुल
बता दें कि ये पुल राज्य का सबसे लंबा पुल है। लगभग दो किमी लंबा है। नदी पर बनी पुल लगभग आधा ध्वस्त हो गया है। आधी पुल बची हुई है। लोगों को जान हथेली पे रख कर नाव से पार कर धनबाद जाना पड़ता है।

रोजाना सैकड़ों लोगों का होता है जाना आना

बारबेंडियां के इस घाट से रोजाना नाव से हजारों की संख्या में लोगों का जाना आना होता है। लोग नाव में उस कदर चढ़ते गेन की कभी भी दुर्घटना से इनकार नही किया जा सकता है। फिर भी लोगों को जरूरत पड़ने पर नाव का सहारा लेकर जाना ही पड़ता है। साथ ही रोजगार के लिए भी धनबाद जाना आना लगा रहता है।

संघर्ष समिति ने कृषि मंत्री की अपील

पुल निर्माण संघर्ष समिति ने कृषि मंत्री अपील की। कहा कि पुल नही बनने से रात बिरात बहुत परेशानी होती है। नाव कभी भी दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। मंत्री ने ग्रामीणों व संघर्ष समिति की मांग को मुख्यमंत्री जे समक्ष रखने का आश्वासन दिया। कहा कि उनकी जायज मांग है। निश्चित रूप से सरकार विचार करेगी व जल्द पुल निर्माण शुरू होगा। मंत्री के आश्वासन से ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान खिल उठा।

क्या कहती है संघर्ष समिति
पुल निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार महतो व सचिव कौरेश अंसारी ने कहा कि 12 वर्षों से पुल अधूरा है। कई पार्टियों की सरकार बनी। सभी से अनुरोध किया। लेकिन अभीतक अधूरा है। अब नही बनने पर आंदोलन किया जायेगा।

मौके पर स्थानीय विधायक रहे मौजूद

इस अवसर पर स्थानीय विधायक डॉ इरफान अंसारी सहित संघर्ष समिति सदस्य व काफी संख्त में ग्रामीण मौजूद रहे।

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