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फैक्ट्री में तोड़फोड़ मामले में आजसू नेता तिवारी महतो समेत 8 गिरफ्तार

मामला झारखंड इस्पात फैक्ट्री का

आखिरकार 30 घंटे के बाद पुलिस प्रशासन ने फैक्ट्री गेट से हटाया शव को

रामगढ़। झारखंड इस्पात फैक्ट्री के कामगार के मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर हेसला स्थित झारखंड इस्पात प्लांट में मजदूर की मौत पर उठा बवाल आजसू नेता की गिरफ्तारी के बाद शांत हो गया।

रविवार की रात पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे निर्मल महतो उर्फ तिवारी महतो के साथ-साथ आठ उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। उन सभी पर झारखंड इस्पात प्लांट में तोड़फोड़ करने,मजदूरों को जबरन काम से भगाने,प्लांट का काम जबरन बंद कराने का आरोप है। इस मामले की पुष्टि करते हुए एसडीपीओ अनुज उरांव ने कहा कि मृतक बुधुवा उरांव के परिजनों ने साफ तौर पर कहा कि वे उनका अंतिम संस्कार करना चाहते हैं।

वह इस राजनीति के कारण काफी परेशान हैं।इसके बाद प्रशासन ने शाम ढलते ही सबसे पहले एंबुलेंस पर लदे शव को फैक्टरी के गेट से हटवाया। इसके बाद जितने लोग प्लांट के अंदर बैठे थे,उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

फैक्ट्री में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ प्रबंधन ने दिया था आवेदन : एसडीओ

इस प्रकरण में एसडीओ कीर्ति श्री ने बताया कि पिछले 2 दिनों से मजदूर की मौत पर काफी बवाल मचा था। झारखंड इस्पात प्लांट में कुछ लोगों के द्वारा जबरन काम बंद करा दिया गया था। जिस वजह से वहां काम कर रहे लगभग 500 मजदूरों को 1 दिन का मानदेय नहीं मिला। वहां उन मजदूरों के परिवारों ने भी काफी परेशानी झेली। इस मामले में जितने लोगों पर प्रबंधन ने आरोप लगाया, उन सब के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है।

इधर एसडीपीओ अनुज उरांव ने कहा कि जितने लोग वहां प्रदर्शन कर रहे थे। उनके द्वारा गलत तरीका अपनाया जा रहा था। उन लोगों ने ना तो प्रदर्शन की अनुमति ली थी और ना ही प्रबंधन को कोई नोटिस दिया था। 2 दिनों तक चली वार्ता के बाद भी प्रदर्शनकारी अड़े हुए थे। अंततः पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ी।

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