नई दिल्ली: देश के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज (90) का अमेरिका में निधन हो गया है. वह शास्त्रीय संगीत के मेवाती घराने से ताल्लुक रखते थे. पंडित जसराज को संगीत की शुरुआती शिक्षा पिता पंडित मोतीराम ने दी. बाद में उनके भाई ने उनको तबला संगीतकार के रूप में प्रशिक्षित किया. उन्होंने 14 वर्ष की आयु में गायक के रूप में प्रशिक्षण शुरू किया. 22 साल की उम्र में उन्होंने गायक के रूप में अपना पहला स्टेज कन्सर्ट किया. शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उनको पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री से नवाजा गया. हरियाणा के हिसार से नाता रखने वाले जसराज ने मशहूर फिल्म निर्देशक वी शांताराम की बेटी मधुरा शांताराम से विवाह किया था. मधुरा से उनकी मुलाकात 1960 में मुंबई में हुई थी.
जसराज भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायकों में से एक थे। जसराज का संबंध मेवाती घराने से रहा। जसराज जब चार वर्ष उम्र में थे तभी उनके पिता पण्डित मोतीराम का देहांत हो गया था और उनका पालन पोषण बड़े भाई पंडित मणिराम के संरक्षण में हुआ। प. जसराज ने संगीत दुनिया में 80 वर्ष से अधिक बिताए और कई प्रमुख पुरस्कार प्राप्त किए। शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय स्वरों के उनके प्रदर्शनों को एल्बम और फिल्म साउंडट्रैक के रूप में भी बनाया गया है। जसराज ने भारत, कनाडा और अमेरिका में संगीत सिखाया है। उनके कुछ शिष्य नामी संगीतकार भी बने हैं।
अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने 11 नवंबर, 2006 को खोजे गए हीन ग्रह 2006 VP32 (संख्या -300128) को पंडित जसराज के सम्मान में ‘पंडितजसराज’ नाम दिया था।