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झारखंड:कोरोना संक्रमित डॉक्टर ने रांची के अस्पताल में तोड़ा दम

दुमका में पॉजिटिव मरीज की पहली मौत

कोरोनावायरस के संक्रमण से दुमका में पहली मौत हुई है। शहर के सदर अस्पताल में करीब 40 साल तक कार्यरत रहे 70 साल के डॉक्टर सीताराम साह ने इलाज के दौरान मंगलवार को रांची के राम प्यारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। डॉक्टर में आठ दिन पहले कोरोनावायरस की पुष्टि के बाद उन्हें यहां भर्ती कराया गया था। डॉक्टर की मौत के बाद प्रोटोकॉल के तहत रांची में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।

सेवानिवृत्त हो गए थे

बताया जा रहा है कि डॉक्टर की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें दुमका के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन हालत नाजुक होने के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें रांची के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां वे वेंटिलेटर पर थे। करीब 40 साल तक सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज करने के बाद वे सेवानिवृत्त हो गए थे और शहर के ही नापित पाड़ा में निजी क्लीनिक चला रहे थे। बता दें कि दुमका जिले में अब तक 263 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं जिनमें से 142 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। एक मौत के बाद अन्य 120 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का जिले के कोविड अस्पताल में इलाज चल रहा है।

कोरोना समेत अन्य बीमारियों से जूझ रहे थे डॉक्टर
जानकारी के अनुसार, डॉक्टर सीता राम साह कोरोना समेत कई अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। वे दुमका सदर अस्पताल के चिकित्सक के पद से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे। कहा जाता है कि वे गरीब, लाचार मरीजों का इलाज मुफ्त में करते थे। खासकर आदिवासी समुदाय के बीच इनकी गहरी लोकप्रियता थी। आदिवासी मरीजों से वे उनकी भाषा में ही बात करते थे।

राज्य में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा बढ़कर 323 हुआ
राज्य में कोरोनावायरस से अब तक 323 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे अधिक 98 मौत पूर्वी सिंहभूम में हुई है। पूर्वी सिंहभूम के अलावा राजधानी रांची में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है।

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