मनरेगा कर्मियों की स्थायीकरण करने की ग्रामीण विकास मंत्री से की मांग
खूँटी । जिले के बिरहू पंचायत के मुखिया समाजसेवी सुशील सांगा ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से मुलाकात कर उन्हें मनरेगा कर्मियों की मांगों को रखते हुए एक मांग पत्र ज्ञापन सौंपा। विगत 12 वर्षों से कार्य कर रहे मनरेगा कर्मियों की स्थिति को देखते हुए मुखिया श्री सांगा और कांग्रेस पार्टी खूंटी जिला सचिव सयुम अंसारी ने अपने ही पार्टी की सरकार से मांग करते हुए मनरेगा कर्मियों को रेगुलर सरकारीकरण कराने की पहल की।
मनरेगा कर्मियों की स्थिति बहुत ही खराब है
मुखिया सह कांग्रेस पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष सुशील सांगा और कांग्रेस पार्टी जिला सचिव शयुम अंसारी मनरेगा कर्मियों की बातों को रखते हुए ग्रामीण विकास मंत्री से कहा कि मनरेगा कर्मियों की स्थिति बहुत ही खराब है साथ ही इनकी हड़ताल में चले जाने से क्षेत्र का विकास भी थम सा गया है। अगर इनकी मांगों को यथा उचित मान लिया जाए तो इन्हें रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही क्षेत्र के विकास कार्यों में गति भी आ जाएगी।इसके साथ ही साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम ज्ञापन उन्हें भेजा तथा मांगों पर संज्ञान में लेते हुए यथा उचित कदम उठाने का आग्रह किया है।
उन्होंने मनरेगा कर्मियों की मांगों को 5 सूत्रीय ढंग से रखें। उन्होंने मनरेगा कर्मियों की स्थायीकरण करने के साथ साथ उनके दैनिक भत्ता, सामाजिक सुरक्षा, सीधे बर्खास्तगी पर रोक मनरेगा कर्मियों को सीमित उप समाहर्ता परीक्षा में बैठने की अवसर प्रदान करना तथा बिहार की तर्ज पर मनरेगा कर्मियों को स्वतंत्र इकाई घोषित करने की मांगों को पूरी करने का आग्रह किया है।