राज्यपाल के आदेश के प्रति आजसू छात्र संघ ने जताया आभार
रामगढ़। झारखंड राज्य के राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के आदेश उपरांत सूबे के डिग्री कॉलेजों में अब इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम में नामांकन जारी रहने का रास्ता साफ हो गया है। राज्यपाल के इस आदेश से हर्षित के आजसू छात्र संघ के विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रभारी राजेश कुमार महतो ने रामगढ़ स्थित आजसू छात्र संघ के प्रधान कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की।प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राजेश कुमार महतो ने कहा कि इंटरमीडिएट में नामांकन जारी रखने का राज्यपाल महोदया का फैसला स्वागतयोग्य है।इस फैसले से न केवल विनोबा भावे विश्वविद्यालय अतंर्गत बल्कि सूबे के सभी डिग्री कॉलेजों में इंटरमिडिएट पाठ्यक्रम में नामांकन संभव होगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में लिए निर्णय के अनुसार वर्तमान सत्र 2020-2022 से डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम पर रोक लगना था। इंटरमिडिएट में नामांकन पर रोक के फैसले के विरुद्ध और छात्र हित में गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के प्रयास और आदेशानुसार आजसू छात्र संघ के विनोबा भावे विश्वविद्यालय प्रभारी राजेश कुमार महतों के नेतृत्व में आजसू छात्र संघ का प्रतिनिधि मंडल ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय कुलपति महोदय को ज्ञापन सौंप डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम जारी रखने का अनुरोध किया था।
इंटरमिडिएट में नामांकन जारी रखने का आदेश जारी किया है
गौरतलब हो कि डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम जारी रखने को लेकर रामगढ़ विधानसभा की विधायक महोदया व मुख्यमंत्री महोदय ने भी प्रयास किए बावजूद इनके प्रयास के विश्वविद्यालय द्वारा अंगीभूत डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम बंद करने की आधिकारिक घोषणा हुई।उक्त घोषणा से रामगढ़ विधानसभा के विधायक महोदया और सरकार की विफलता स्पष्ट है। वर्तमान समय में राज्यपाल महोदया ने कोरोना काल की विषम परिस्थिति और सूबे के सुदूरवर्ती छात्रों की समस्या के समाधान को लेकर इंटरमिडिएट में नामांकन जारी रखने का आदेश जारी किया है। नामांकन जारी रखना राज्यपाल महोदया का दूरदर्शी व कल्याणकारी विचार का परिणाम है।आजसू छात्र संघ इस फैसले के प्रति आभार व्यक्त करती है।नामांकन जारी रहने पर छात्र समुदाय में हर्ष है।प्रेस कॉन्फ्रेंस में विभावि प्रवक्ता उमेश कुमार, सचिव सुबिन तिवारी, अमित दास,मनोज कुमार,खेमलाल महतो व परितोष चटर्जी शामिल थे।