राज्य में कोरोना संक्रमित मरीज़ों की आत्महत्या पर भाजपा चिंतित
रांची। झारखंड में आये दिन सरकारी और गैर-सरकारी डेडिकेटेड कोरोना केअर हेल्थ सेंटर्स में संक्रमित मरीज़ों की आत्महत्या के मामलों पर भारतीय जनता पार्टी ने चिंता ज़ाहिर किया है। विपक्ष ने इस आशय में सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया है। शनिवार को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने रिम्स में इलाजरत कोरोना संक्रमित मरीज की आत्महत्या पर सरकारी व्यवस्था को कटघरे में खड़ा करते हुए राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। कहा कि आये दिन शासकीय, गैर-शासकीय अस्पतालों में संक्रमित मरीज़ों की आत्महत्या पर भी सरकारी तंत्र अनभिज्ञ बनी बैठी है। सरकार कुम्भकर्णी निंद्रा में है। मरीज़ों को उनकी हाल पर छोड़कर पूरी झारखंड कैबिनेट क्वारेन्टीन हो गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार को यदि बीएमडब्ल्यू कार से फ़ुर्सत मिल गई हो तो ज़रा जनता के प्रति सरोकार निभाएं। संसाधनों और उचित प्रबंधन के अभाव में जनता त्राहिमाम कर रही है।
आत्महत्या रोकने के मामलों में कार्ययोजना बनाने की माँग की
भारतीय जनता पार्टी ने आत्महत्या रोकने के मामलों में सरकार को कार्ययोजना बनाने की माँग की है। बीमारी का खौफ इतना है कि अभी तक राज्य में 06 कोरोना संक्रमितों ने आत्महत्या कर ली है। प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि यह अत्यंत चिंताजनक और सोचनीय है। कहा कि मरीजों की स्क्रीनिंग के साथ- साथ काउन्सलिंग भी हो।ताकि उनमें बीमारी पर जीत का भरोसा जागे और वह आत्महत्या की बात न सोचें।