बाबूलाल मरांडी को अभिलंब इस्तीफा देकर भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ना चाहिए
जामताड़ा। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा प्रतिपक्ष के नेता नीलकंठ सिंह मुंडा या रणधीर सिंह को बनाना चाहिए। बाबूलाल बोर्रो प्लेयर है। भाजपा वाले कितनो तिकड़म कर ले, लेकिन झारखंड में गठबंधन की सरकार मजबूती के साथ रहेगी। कहा भाजपा वाले बाहर के खिलाड़ी लाकर छल कपट से युद्ध लड़ना चाहती है। जनता द्वारा दिए गए मैंडेट को नजरअंदाज कर भाजपा वाले खरीद-फरोख्त कर हॉर्स ट्रेडिंग को बढ़ावा दे रही हैं। परंतु साफ कर देना चाहता हूं कि भाजपा वाले जितना भी तिकड़म बाजी कर लें इन लोगों का दाल यहां जलनेवाला नही है।किसी भी कीमत पर झारखंड में भाजपा की सरकार नहीं बन सकती। हमारी महागठबंधन की एकता मजबूती से काम कर रही है और अपने पूरे कार्यकाल को पूरा करेगी।
सेक्युलर का नारा लगा कर जनता का वोट ठग लिया
विधायक ने कहा की भले ही भाजपा का यह अंदरूनी मामला होगा। लेकिन मेरा मानना है की प्रतिपक्ष नेता के लायक अगर कोई है तो वह नीलकंठ सिंह मुंडा या फिर रणधीर सिंह है। भाजपा यदि मजबूती से विपक्ष में बने रहना चाहती है तो इन दोनों नेताओं में से किसी एक को नेता प्रतिपक्ष बनाए। पूर्व में झारखंड की जनता ने देखा कि किस प्रकार भाजपा वाले ने जेबीएम के 6 विधायकों को खरीदने का काम किया।फिर जेबीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को भी नेता प्रतिपक्ष का पद का लोभ देकर भाजपा में लाने का काम किया। मैं बाबूलाल मरांडी जी का बहुत आदर करता हूं। लेकिन सिर्फ स्वार्थ की राजनीति के लिए इतनी हद तक जा सकते थे। यह मालूम नहीं था। सेक्युलर का नारा लगा कर जनता का वोट ठग लिया। फिर भाजपा के गोद में बैठ गए। अगर बाबूलाल जी में थोड़ी भी नैतिकता बाकी है तो वह अविलंब विधायकी से इस्तीफा दे। भाजपा के टिकट से लड़कर चुनाव जीतकर दिखाएं। जनता इन्हें असली आइना दिखा देगी।
विपक्ष का कोई भी भूमिका नजर नहीं आ रहा
विधायक ने कहा कि जब से झारखंड में सरकार का गठन हुआ है। विपक्ष का कोई भी भूमिका नजर नहीं आ रहा। यह लोग केवल अखबार में बयानबाजी कर सुर्खियों में रहना चाहते हैं। जनता में और खासकर युवाओं में भाजपा के प्रति गलत संदेश जा रहा है। भाजपा वाले ने सभी मर्यादा को भंग कर दिया है। मेरा तो यह मानना है कि भाजपा वाले गलत आदमी को नेता प्रतिपक्ष का दाव लगा रहे हैं। विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो को दसवीं अनुसूची के तहत कार्रवाई करने की भी प्रशंसा की।