रांचीः भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शिक्षा विभाग को एक पत्र लिखकर संगीत समिति और प्राचीन कला केंद्र चंडीगढ़ द्वारा दी जा रही डिग्रीधारी स्थाई शिक्षकों को सेवा से मुक्त करने पर आपत्ति दर्ज कराई है.
अब तक मामले को लेकर विभाग की ओर से संज्ञान नहीं लिया गया
दरअसल, इस मामले को लेकर झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ के महासचिव गंगा प्रसाद यादव ने बाबूलाल मरांडी को ज्ञापन सौंपा था और इससे संबंधित मामले से सरकार के शिक्षा विभाग को भी अवगत कराया गया है. लेकिन अब तक मामले को लेकर विभाग की ओर से संज्ञान नहीं लिया गया है.
इसी कड़ी में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शिक्षा सचिव को पत्र लिखा है. स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव के नाम लिखी गई इस पत्र के जरिए यह जानकारी दी गई है कि 2014 और 16 में सरकार द्वारा संगीत शिक्षकों की बहाली की गई थी. जिसमें इसी दोनों विश्वविद्यालयों के डिग्री धारी अभ्यर्थियों की नियुक्ति की गई है और ये स्थाई शिक्षक के तौर पर राज्य के विभिन्न विद्यालयों में अपनी सेवा दे रहे हैं, लेकिन अभी हाल में विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से यह कहा गया है कि इन दोनों विश्वविद्यालयों के डिग्रीधारी संगीत शिक्षक की डिग्री इस राज्य में मान्य नहीं है. जो कहीं सभी तर्कसंगत नहीं है.