इचाक थाना क्षेत्र के हदारी गांव के लिए सोमवार का दिन काफी शोक भरा रहा। गांव से एक साथ तीन लोगों की अर्थी निकली। इनमें से दो की रविवार को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। वहीं, इस घटना की सूचना के बाद मृतकों के मुहल्लों में रहने वाले एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की सदमे में जान चली गई। शव यात्रा में काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
शव यात्रा में काफी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
एनएच 33 ईचाक मोड यादव लाइन होटल के पास रविवार दोपहर में सड़क हादसे में जीएम कॉलेज के संस्थापक घनश्याम प्रसाद मेहता (61) और उनके चाचा विजूली महतो (81) की मौत हो गई थी। घटना की सूचना उनके मुहल्ले में रहने वाले किसुन महतो (80) को हुई तो वो गुमशुम हो गए और देर रात उनकी भी मौत हो गई।
कैसे हुआ था हादसा
घनश्याम प्रसाद मेहता और उनके चाचा विजूली महतो सिजुआ गांव के रिश्तेदार के घर से वापस हदारी अपने घर लौट रहे थे। वे ज्यों ही बाइक से सर्विस रोड को छोड़ एनएच के बाई ओर बढ़े, इसी क्रम में हजारीबाग की ओर से आ रही स्विफ्ट डिजायर कार ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार दोनों कार के बोनट पर जा गिरे। घटना में कार और बाइक के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद कार चालक वाहन छोड़ कर भाग निकला।