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कोविड-19: विश्व प्रसिद्ध मां छिन्नमस्तिका मंदिर पिछले 6 माह से आम लोगों के लिए है बंद

  • मंदिर बंद होने से क्षेत्र में काम करने वाले 5 हजार से अधिक लोग हो गए बेकार बेरोजगार
  • मंदिर के गर्भ गृह में नृत्य दिन होती है परंपरागत ढंग से पूजा अर्चना
  • श्रद्धालुओं और मन्नत मांगे लोगों को हो रही परेशानी
  • मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द मंदिर खुलवाने की करूंगी मांग:ममता देवी

आर एस प्रसाद मुन्ना

रांची/रामगढ़। दामोदर और भैरवी के संगम पर स्थित विश्व प्रसिद्ध मां छिन्नमस्तिका मंदिर कोरोना संक्रमण के दौरान पिछले लगभग 6 महीनों से आम लोगों के लिए बंद है। लेकिन मंदिर के गर्भ ग्रह में रोजाना परंपरागत ढंग से माता की होती है पूजा अर्चना। मंदिर बंद होने से पर्यटन क्षेत्र को भारी नुकसान हो रहा है। इससे लगभग 5000 लोग बेकार और बेरोजगार हो गए हैं। जिससे कि लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब आम लोग राज्य सरकार से मंदिर को अविलंब श्रद्धालुओं के हितों में देखते हुए खोलने की मांग करने लगे हैं। राज्य सरकार द्वारा बाबा बैजनाथ धाम और बासुकीनाथ मंदिर को खोलने के आदेश देने के बाद अब मां छिन्नमस्तिका मंदिर को भी खोलने की आवाज बुलंद होने लगी है। मंदिर परिसर क्षेत्र में जहां रोज हजारों की भीड़ होती थी।आज बंद होने के कारण यहां सन्नाटा पसरा है।

मंदिर बंद होने से पुजारी और काम करने वाले मजदूर हुए बेरोजगार

विश्व प्रसिद्ध मां छिन्मस्तिका मंदिर कोरोना वायरस के दौर को लेकर पिछले 21 मार्च से बंद पड़ा है। सरकार के आदेश के बाद मंदिर को आम लोगों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। केवल मंदिर के गर्भ गृह में नित्य पूजा अर्चना के लिए आदेश दी गई है। जानकारों की माने तो मंदिर में लगभग 100 पुजारी पूजा कराने का काम करते थे। वही मंदिर में लगभग 15 मजदूर भी रोजाना काम करते थे। आज मंदिर बंद होने के कारण मंदिर के पुजारी और मजदूर बेकार और बेरोजगार हो गए हैं।

मंदिर परिसर क्षेत्र में स्थित होटल और धर्मशाला हुए बंद

रजरप्पा मंदिर परिसर क्षेत्र में लगभग 25 छोटे बड़े होटल पिछले 21 मार्च से बंद पड़े हैं। इन होटलों में काम करने वाले लगभग 300 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। क्षेत्र में स्थित कई छोटे बड़े धर्मशाला भी बंद हो गए हैं। यहां भी काम करने वाले लोग बेरोजगार हो गए हैं। मंदिर क्षेत्र में स्थित दो आश्रम भी बंद पड़े हैं। मंदिर परिसर में स्थित झारखंड पर्यटन विभाग के रेस्टोरेंट् और अतिथिगृह भी बंद पड़ा है।

लगभग 1500 छोटे बड़े दुकान हो गए हैं बंद

रजरप्पा मंदिर परिसर क्षेत्र में भेड़ा नदी के इसपार और उसपार लगभग 1500 छोटे-बड़े दुकान हैं। जो पिछले 21 मार्च से पूरी तरह से बंद हो गए हैं। मंदिर परिसर में स्थित फल, प्रसाद के और पूजा सामग्रियों के दुकान बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। यहां राशन और कॉस्मेटिक्स के दुकान भी बंद पड़े हैं। मंदिर परिसर क्षेत्र में रोजाना फूल,बेल पत्ता बेचने वाले, गाड़ी धोने वाले, बलि देने वाले और सफाई कर्मी बेरोजगार हो गए हैं।

शादी विवाह और मुंडन करने वालों को हुई है बड़ी परेशानी

मंदिर परिसर में प्रत्येक वर्ष विवाह और मुंडन बड़े पैमाने पर होती है। लेकिन इस वर्ष कार्यक्रम शुरू होने के पहले ही 21 मार्च से लॉकडाउन आरंभ हो गया। जिसके कारण यहां प्रत्येक सीजन में होने वाले सैकड़ों विवाह और मुंडन नहीं हो पाए हैं। जिन बच्चों का यहां मुंडन होना था।उनके बाल बड़े बड़े हो गए हैं। बच्चों के अभिभावक इसको लेकर काफी परेशान हैं।

पर्यटन विभाग के लगभग 25 मजदूरों को नहीं मिल रही पेमेंट

रजरप्पा मंदिर परिसर क्षेत्र में साफ-सफाई को लेकर झारखंड पर्यटन विभाग ने यहां 25 मजदूरों की नियुक्ति कर रखी है। लेकिन एक ही मार्च से लॉकडाउन लगने के बाद से मजदूरों को भुगतान नहीं मिल पा रहा है। पर्यटन विभाग उन मजदूरों को भुगतान नहीं दे रहा है।जिससे मजदूरों की स्थिति काफी खराब हो गई है। हालांकि यह मजदूर अभी भी मंदिर क्षेत्र में सफाई के काम में लगे हुए हैं।

बिहार के नेताओं को हो रही परेशानी

आने वाले महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होना है। बिहार के नेता चुनाव के पूर्व एक बार मां छिन्नमस्तिका की पूजा करने रजरप्पा आते हैं। ताकि उन्हें चुनाव में टिकट की प्राप्ति हो सके। लेकिन इस बार बिहार से आने वाले नेता मां की दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। मंदिर के बाहर ही मत्था टेककर नेतागण वापस बिहार लौट जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द मंदिर खुलवाने की करूंगी मांग:ममता देवी

प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां छिन्नमस्तिका मंदिर को खुलवाने की मांग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से रामगढ़ की विधायक ममता देवी जल्द करेंगी। ममता देवी ने कहा कि मंदिर क्षेत्र में काम करने वाले हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं। सबसे बड़ी बात तो यह है कि क्षेत्र के लोगों की आस्था यहां से जुड़ी है। लोग मां की पूजा नहीं कर पा रहे हैं। विधायक ने कहा कि जल्द ही मैं मुख्यमंत्री से मुलाकात कर मंदिर को खुलवाने की मांग करूंगी।

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