इससे किसी प्रकार का खतरा एवं कमजोरी नहीं होती है
राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने रविवार को रिम्स जाकर अपना प्लाज्मा डोनेट किया। प्लाज्मा डोनेट करने के बाद मंत्री ने कहा कि यह बहुत नेक कार्य है। हर व्यक्ति को जो संक्रमित होकर ठीक हुए हैं, प्लाज्मा डोनेट करना चाहिए। इससे किसी की जिंदगी बच सकती है। इससे किसी प्रकार का खतरा एवं कमजोरी नहीं होती है।
मालूम हो कि मंत्री मिथिलेश ठाकुर पिछले महीने कोरोना पाजिटीव हुए थे और रिम्स में उनका इलाज चला। यहां से उन्होंने कोरोना को हराया और घर लौटे। मंत्री ने कहा कि किसी भी जरूरतमंद कोरोना संक्रमित मरीज को उनके प्लाज्मा की जरूरत होगी तो वे हमेशा उपलब्ध रहेंगे। कहा कि इस विकट घड़ी में इससे बड़ा और कोई दान नहीं हो सकता है क्यूंकि किसी का डोनेट किया हुआ प्लाज्मा किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है।
प्लाज्मा थैरेपी कोरोना संक्रमित के इलाज में काफी मददगार साबित हो रही
मंत्री ने कहा कि प्लाज्मा थैरेपी कोरोना संक्रमित के इलाज में काफी मददगार साबित हो रही है। कई राज्य इस पद्धति से इलाज भी कर रहे हैं और अब झारखंड में भी इस पद्धति से कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज हो रहा है। रिम्स में विगत 28 जुलाई से प्लाज्मा थैरेपी द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है। झारखंड में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना संक्रमित लोगों का इलाज करने की व्यवस्था की है।