- युवा 7998799854 पर मिस्ड काल करके ‘रोजगार दो’ की मांग करेंगे
- बिना सोचे समझे लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था चौपट हुई : श्रीनिवास
रांची। भारतीय युवा कांग्रेस ने आज ‘रोजगार दो’ अभियान के माध्यम से युवाओं को समर्थन देने के लिए मिस्ड कॉल नंबर 7998799854 जारी किया। इस मिस्ड कॉल नंबर के माध्यम से पूरे देश के युवा, भारतीय युवा कांग्रेस के ‘रोजगार दो’ अभियान से जुड़कर मोदी सरकार से रोजगार मांग सकते हैं।
लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था बर्बाद
भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा, ‘मोदी सरकार के गलत आर्थिक फैसले, नोटबंदी, असंगत जीएसटी और बिना सोचे समझे लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था बर्बाद कर चुके हैं। करोड़ों युवा बेरोजगार हो चुके हैं जबकि 14 करोड़ लोगों की नौकरियां खतरे में हैं। आज भारत के युवाओं की केवल एक मांग है रोजगार दो! रोजगार दो!’
भारत में बढ़ती बेरोजगारी से युवा परेशान है और सरकार उनकी बात सुनने की बजाय मन की बात करने में व्यस्त है। श्रीनिवास बी वी ने कहा, ‘नोटबंदी, गलत जीएसटी और अनप्लांड लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था रसातल में पहुंच गई।
बेरोजगारी की मार भारत का युवा झेल रहा है
50 साल में सर्वाधिक बेरोजगारी की मार भारत का युवा झेल रहा है। युवा रोजगार चाहता है लेकिन प्रधानमंत्री और भाजपा उसे भाषण दे रहे हैं। सरकार के पास रोजगार के नए अवसर पैदा करने का कोई रोडमैप नहीं है। पूरे देशभर में युवा बेरोजगारी से परेशान है लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है। अब पूरे देश के युवाओं को ‘रोजगार दो’ अभियान से जोड़ने के लिए हमने मिस्ड कॉल नंबर 7998799854 जारी किया है। ताकि हम गांव-गांव, शहरों कस्बों और राज्यों की राजधानी में युवाओं की रोजगार दो की मांग को मजबूती से उठा सकें।’
सरकार कोरोना आपदा को अपने लिए अवसर मानकर युवाओं की नौकरियों पर हमला कर रही है। रेलवे सहित सरकारी कंपनियों का निजीकरण, सरकारी नौकरियों पर रोक और लॉकडाउन के कारण युवा बेरोजगार होकर भटकता फिर रहा है। सरकारी पोर्टल पर एक हफ्ते में 7 लाख लोगों ने मांगी नौकरी और सिर्फ 691 को मिली। इस प्रकार 1 पद के लिए 1000 बेरोजगार आवेदन कर रहे हैं। यह आंकड़े, केंद्र सरकार द्वारा 11 जुलाई को शुरू किये गये जॉब पोर्टल आत्मनिर्भर स्किल्ड इंप्लॉय इंप्लॉयर मैपिंग के हैं।
झारखण्ड प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रवक्ता उज्ज्वल तिवारी ने कहा कि सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट के अनुसार 31 मई को खत्म हुए सप्ताह में भारत की बेरोजगारी दर 23.48 प्रतिशत पर पहुंच गई है। लॉकडाउन के दौरान औसत बेरोजगारी दर 24.2 थी। कोरोना काल में बढ़ती बेरोजगारी और नौकरियां जाने से युवा, गृहणी, सहित हर आम आदमी परेशान है मोदी सरकार युवा विरोधी है।