सरकार के साथ 3 सितंबर को वार्ता को लेकर रणनीति पर की गई चर्चा
जामताड़ा। झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ जिला कमेटी जामताड़ा की एक आपात बैठक जिला अध्यक्ष नरेश कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में की गई। बैठक में सरकार के साथ 3 सितंबर को होने वाली द्विपक्षीय वार्ता के लिए संभावित निर्णय के आलोक में विचार विमर्श किया गया। बैठक में जिला कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा स्पष्ट कहा कि संघ और सरकार के द्विपक्षीय वार्ता में यदि संघ के जायज व उचित मांगो को नजरअंदाज कर हमारी आंदोलन को कुचलने और दनात्मक नीति अपनाती है तो प्रदेश कमेटी के नियमानुसार मनरेगा कर्मी अपने आंदोलन को सड़क से लेकर विधानसभा तक करने के लिए वाद्य होंगे।
नई रणनीति के साथ आंदोलन पर उतरेगी
बैठक में कहा गया कि आगामी 3 सितंबर को द्विपक्षीय वार्ता पर प्रदेश के सभी जिला की नजर रहेगी। साथ ही हमारी जायज मांगों पर सकारात्मक विचार नहीं होता है तो राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ नई रणनीति के साथ आंदोलन पर उतरेगी। जिला कमेटी की बैठक में संघ के आंदोलन को पूर्ण सहयोग व सफल नेतृत्व के लिए जिले को दो भागो में बांटा गया। जिसमें नाला, कुंडहीत, फतेहपुर को उत्तरी पूर्व अंचल में रखा गया तथा नारायणपुर, कर्माटार एवं जामताड़ा को दक्षिणी पश्चिमी अंचल में रखा गया। जिला कमेटी ने उत्तर पूर्वी अंचल के लिए मोमिन अंसारी, राज किशोर यादव, अमर बाद्यकर, श्यामल माझी, मोहम्मद मेजानुल हक, तापस मंडल, साधीन घोष, रामजतन मुर्मू, मनोज मंडल, निशांत मरांडी, वकिल मुर्मू को नेतृत्व करने का भार दिया गया।
नेतृत्व का भार दिया गया
वहीं पूर्वी पश्चिमी अंचल के लिए राधेश्याम पंडित, रामकरण मुर्मू, अब्दुल वाहिद मोहम्मद, हैदर मोहम्मद सुल्तान, अनिल चौधरी, कासिम नोमानी, आसिफ इकबाल, ऋषि राज कुमार, दुलाल मंडल, सरिता मींस, नगमा बानो, जितेंद्र टूडू, सुशील पंडित, सुमन पंडित, अंकित सिंह, ऋषि कांत सिंह को नेतृत्व का भार दिया गया। जबकि दोनों अंचलों के नेतृत्व संयुक्त नेतृत्व के रूप में जिला अध्यक्ष नरेश कुमार सिन्हा,तरुण मंडल,अमरिंदर सिंह,कमल देव चौधरी,कुमार अनुराग,प्रदीप कपूर,विद्युत मुर्मू, टिंकू कुमार,बानी मित्रा आदि को चयन किए गए यह सभी संयुक्त रुप से रहेंगे।