- पीड़ित परिवार आज भी दर-दर की ठोकरे खा रहा
जमशेदपुर।अल्फ़ान तूफान से बेघर हुए लक्ष्मण कर्मकार का परिवार आज दर-दर की ठोकरें खा रहा है। राहत के नाम पर मिला कुछ पैसे और चावल आज भी आंखों में उम्मीद की किरण जगाए बैठा है। यह परिवार लॉकडाउन के वजह से पूरी तरह से काम धंधा हो चुका है चौपट.
तेज हवा और बारिश के कारण लक्ष्मण कर्मकार का परिवार बेघर हो गया
आपको बता दें कि पिछले 3 महीना पहले पूरे झारखंड में अलफान तूफान को लेकर हाई अलर्ट किया गया था। इसी दौरान तेज हवा और बारिश के कारण लक्ष्मण कर्मकार का परिवार बेघर हो गया।यानी इनका घर तूफान की भेंट चढ़ गया। इनका परिवार पूरी तरह से बेघर हो जाने पर अंचल कार्यालय द्वारा राहत के तौर पर कुछ चावल और पैसे दिए गए थे। साथ ही इन्हें दूसरे के एक घर में शिफ्ट कर दि
या गया था। मगर जब लक्ष्मण कर्मकार का आवास नहीं बनते देख घर के मालिक ने घर से निकाल दिया। जिसके बाद बेघर हुए परिवार को पंचायत के मुखिया एवं ग्राम प्रधान ने पंचायत में शरण दिए हैं।
आज तक राहत नहीं मिल पाया
अल्फ़ान तूफान के वक्त प्रशासन द्वारा आवास बनवाने का आश्वासन दिया गया था। सारा रिपोर्ट हो चुका है।इसके बाद भी आवास नहीं होने से यहां-वहां भटक रहा यह परिवार रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। दूसरी ओर आवास पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। रहने को घर नहीं तथा लक्ष्मण कर्मकार लोहे की वस्तुएं बनाकर जीवन यापन करता था। मगर लॉक डाउन के वजह से वह भी धंधा पूरी तरह से बंद हो चुका है।ग्राम प्रधान राम रंजन प्रधान का कहना है कि इस परिवार को राहत मिलनी चाहिए थी।मगर आज तक राहत नहीं मिल पाया।जिसके कारण काफी दुखी है लक्ष्मण कर्मकार का परिवार।