झारखंड में दलितों और गरीबों की भूख से मौत चिंतनीय विषय : सोमनाथ
जामताड़ा। भूख से भूखल घासी की मौत मामले में भाजपा ने गठबंधन सरकार की जमकर नारेबाजी की। बीते 7 मार्च को झारखंड के बोकारो जिले में भूखल घासी (42 वर्ष) की मौत भूख से हो गयी थी। भूखल घासी के घर में चार दिनों से चूल्हा नहीं जला था। भाजपा जिलाध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले को भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर बाउरी द्वारा नई सरकार के पहले विधान सभा सत्र मे प्रमुखता से उठाया था।
राज्य सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंगी
इस दौरान मौन प्रदर्शन, प्रदर्शन, विधान सभा का बहिष्कार तक किया गया था। लेकिन राज्य सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंगी। बाउरी ने विधान सभा में इस मामले में गंभीरता से उठाते हुए उच्च स्तरीय जांच व भूखल घासी के परिजनों को राहत राशि देने की मांग की थी। लेकिन यह सरकार ने कोई मदद नहीं की। सिर्फ जुमलों पर चलने वाली सरकार है। फलस्वरूप यह हुआ कि पिछले छः महीने में भूखल घासी के तीन परिजन की मौत हो गयी और अब उनकी बेटी की भी मौत हो गयी। इसी घटना के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी जामताड़ा जिला अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा हितेश दास की अध्यक्षता में एक कैंडल मार्च का आयोजन किया गया।
पुराना कोर्ट स्थित भीम राव अम्बेडकर चौक पर किया गया कैंडल मार्च
भाजपा ने भूखल घासी की बेटी व उनके परिजनों की मौत को लेकर कैंडल मार्च का आयोजन बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा प्रांगण में किया गया।जिलाध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा कि झारखंड में दलितों और गरीबों की भूख से मौत की खबर एक चिंतनीय विषय है। झारखण्ड सरकार राज्य के गरीबों के पेट भरने में अक्षम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड सरकार तुरंत इस पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दे, अन्यथा भाजपा आन्दोलन का रास्ता अपनाएगी।
दर्जनों उपस्थित थे
इस अवसर पर भाजपा नेता सुभाष प्रसाद,मोहन शर्मा,मितेश साह, सुकुमार सरखेल, सुमित शरण, कमलेश मंडल,अनिता शर्मा,अनूप पांडेय, निमाई दास,रंजीत यादव,गौर बाउरी, प्रवीण मिश्रा,राजेन्द्र राउत, चन्दन राउत,कुणाल सिंह,अनिकेत शर्मा, पिंटू गुप्ता,प्रकाश रजक, अमित बाउरी समेत दर्जनों उपस्थित थे।