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बिजली विभाग की लापरवाही से बच्चों की मौत पर सांसद का सीएम को पत्र

10 लाख रुपए मुआवजा के साथ दोषियों पर कार्रवाई की मांग

भवनों के आसपास से हाईटेंशन तारों को हटाने या उन्हें कवर करने का आग्रह।

रांची। सांसद श्री संजय सेठ ने मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर कांके में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण असमय कालकवलित हुए बच्चों के परिजनों को ₹10 लाख मुआवजा देने की मांग की है। इसके साथ ही सांसद ने यह भी मांग किया है कि रांची सहित पूरे झारखंड में जहां-जहां भी निजी व सरकारी भवनों के अगल-बगल या ऊपर से हाईटेंशन तार गुजरे हो, उन्हें दूसरे जगह शिफ्ट किया जाए या उसे कवर किया जाए।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सांसद ने कहा है कि 14 अगस्त की रात में कांके में एक घर में बिजली का करंट दौड़ जाने के कारण एक ही परिवार के तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। उस घर का चिराग बुझ गया। इस घटना में विशुद्ध रूप से बिजली विभाग की लापरवाही है। परिवार के लोग कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों से आग्रह कर चुके थे कि उनके घर के ऊपर से हाईटेंशन के तार को या तो कहीं और शिफ्ट किया जाए या फिर उसे कवर कर दिया जाए परंतु अधिकारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। इस लापरवाही के कारण परिवार को अपने बच्चे खोने पड़े।


पत्र में सांसद ने कहा कि इस विषय में मेरा अनुरोध है कि इस मामले की जांच की जाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो, क्योंकि ये बच्चे अपने परिवार के भविष्य थे। इनमें से एक बच्ची की नौकरी लगने वाली थी। वह परिवार का सहारा बनने वाली थी। इस हादसे के बाद से परिवार कई तरह के संकटों से घिर गया है। मेरा आपसे अनुरोध है कि इस दिशा में पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए की मुआवजा राशि अविलंब दी जाए ताकि परिवार को कुछ राहत मिल सके।
सांसद ने कहा कि मेरे पास भी ऐसी कई शिकायतें आती है कि कहीं किसी व्यक्ति के घर के ऊपर से, कहीं किसी सरकारी विद्यालय के ऊपर से हाईटेंशन के तार गुजरे हैं। इसे लेकर अक्सर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। स्थानीय नागरिकों व ग्रामीणों ने इस मामले में कई बार मुझसे आग्रह किया है कि तारों को कहीं और शिफ्ट किया जाए या उसे कवर किया जाए परंतु बिजली विभाग के लोग ऐसे मामलों पर संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझते। यह समस्या सिर्फ रांची की समस्या नहीं है बल्कि पूरे राज्य की समस्या है।

श्री सेठ ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री से मांग किया है कि इस मामले में गंभीरता बरती जाए और रांची सहित पूरे राज्य में जहां भी इस तरह की स्थिति है, स्कूल, कॉलेज, निजी आवास, सरकारी भवन या अन्य भवन/प्रतिष्ठान हों, ऐसे भवनों के आसपास लगे हाईटेंशन तार को या तो वहां से किसी दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए या उन तारों को बेहतर तरीके से कवर किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी किसी दुर्घटना नहीं हो सके। किसी परिवार का चिराग नहीं बुझ सके। किसी परिवार पर कोई विपत्ति नहीं आ सके।

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