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हजारीबाग : सदर विधायक का पहल रंग लाया

• राज्य सरकार पर विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बनाया था दबाव

• राज्य के परिवहन सचिव ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन से देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशन से जोड़ने को लेकर लिखा पत्र

हजारीबाग : जनहित और राज्यहित के साथ हजारीबाग वासियों के हित को लेकर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल निरंतर प्रयासरत रहते हैं। इसी कड़ी में उन्होंने विगत झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान 05 अगस्त 2022 को गैर सरकारी संकल्प की सूचना के दौरान हजारीबाग वासियों की जन भावना को देखते हुए हजारीबाग रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों से जोड़ने का प्रस्ताव रेलवे मंत्रालय को राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराने को लेकर मामला उठाया था।

विधायक मनीष जायसवाल ने मामला उठाते हुए कहा था कि झारखण्ड विधान सभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमावली के नियम 126 अंतर्गत राज्य सरकार के माध्यम से रेल मंत्रालय, भारत सरकार से अभिस्ताव करता हूँ कि हजारीबाग के लोगों की वर्षों पुरानी सपना थी कि यहाँ के लोगों को रेल की सुविधा मिले और उस सपना को साकार हमारे देश के तत्कालीन मा० प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा दिनांक 03 मार्च, 1999 को हजारीबाग कोडरमा रेल लाईन का शिलान्यास की गई थी और फिर 20 फरवरी, 2015 को वाई-फाई युक्त एक भव्य हजारीबाग शहर नामक रेलवे स्टेशन का उद्घाटन देश के लोकप्रिय मा० प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हाथों की गई जहाँ से पटना और बड़काकाना जंक्शन के लिए रेल सेवा शुरू की गई। परन्तु हजारीबाग से पटना के रेल सेवा को विगत कोविड काल से बन्द कर दी गई तथा बीते वर्षों से उक्त रेलवे स्टेशन से अब सिर्फ हजारीबाग- बरकाकाना एवं कोडरमा पैसेंजर रेल का परिचालन हो रही है जबकि उक्त स्टेशन को देश के कई बड़े शहरों जैसे पटना, कोलकाता, वाराणसी, दिल्ली, मुम्बई, बैंगलोर, हैदराबाद एवं चैन्नई आदि रेलवे स्टेशनों से जोड़ने की योजना थी जो अबतक लम्बित है।

उल्लेखनीय है कि राँची से दिल्ली या अन्य रेलवे स्टेशन जाने वाली कई रेलों का परिचालन बड़काकाना होकर जाती है। जिसे हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन से जोड़ने से हजारीबाग के लोगों को राँची या बड़काकाना जाने की परेशानियों नहीं झेलनी पड़ेगी। विधायक मनीष जायसवाल ने
जनहित में सरकार से हजारीबाग वासियों की जन-भावनाओं को देखते हुए उक्त रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों से जोड़ने का प्रस्ताव संबंधित मंत्रालय को उपलब्ध कराने की मांग पुरजोर तरीके से की थी। जिसके जवाब में बताया गया था की हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों से जोड़ने के संबंध में परिवहन विभाग, झारखण्ड सरकार के पत्रांक- 1058, दिनांक 02.08.2022 द्वारा अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड से अनुरोध किया गया है।विधायक मनीष जायसवाल के सदन में मुखरता से सवाल उठाए जाने के बाद राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और राज्य के परिवहन विभाग के सचिव कमल किशोर सोन ने परिवहन विभाग, झारखण्ड सरकार के पत्रांक- 1058, दिनांक 02.08.2022 द्वारा अध्यक्ष, रेलवे बोर्ड से हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों से जोड़ने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है की उपर्युक्त विषयक प्रसंगाधीन पत्र के संबंध में कहना है विधायक मनीष जायसवाल ने चलते सत्र में दिनांक 05.08.2022 के लिए प्राप्त गैर सरकारी संकल्प के द्वारा हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों से जोड़ने हेतु अनुरोध किया गया है।

आगे उन्होंने लिखा है की ध्यातव्य है कि वर्तमान में केवल हजारीबाग- बरकाकाना एवं कोडरमा पैसेंजर रेल का परिचालन हो रही है जबकि कोविडकाल के पूर्व हजारीबाग से पटना के लिए रेल सेवा प्रारंभ थी, जो वर्त्तमान में बंद है। उक्त स्टेशन को देश के कई बड़े शहरों जैसे पटना, कोलकाता, वाराणसी, दिल्ली, मुम्बई, बैंगलोर, हैदराबाद एवं चैन्नई आदि रेलवे स्टेशनों से जोड़ने की योजना थी जो अबतक लम्बित है। उल्लेखनीय है कि राँची से दिल्ली या अन्य रेलवे स्टेशन जानेवाली कई रेलों का परिचालन बड़काकाना होकर जाती है जिसे हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन से जोड़ने से हजारीबाग के लोगों को राँची या बड़काकाना जाने की परेशानियों को नहीं झेलनी पड़ेगी। आगे उन्होंने लिखा है कि प्रासंगिक पत्र की प्रति संलग्न करते हुए अनुरोध है कि हजारीबाग शहर रेलवे स्टेशन को देश के अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों से जोड़ने के संबंध में समुचित कार्रवाई करने की कृपा की जाय ।

विधायक मनीष जायसवाल का प्रयास रंग लाया और झारखंड सरकार के परिवहन विभाग के स्तर से उनकी मांगों को भारत सरकार के रेलवे बोर्ड तक पहुंचाया गया। इधर विधायक मनीष जायसवाल कहते हैं कि हजारीबाग रेलवे स्टेशन से लंबी दूरी की ट्रेन की अत्यंत आवश्यकता है लेकिन इस स्टेशन के उद्घाटन होने के बरसों बाद तक लंबी दूरी की ट्रेन नहीं होने से हजारीबाग वासियों में मायूसी का आलम है और हजारीबाग वासियों की जनभावना को देखते हुए वे निरंतर प्रयासरत हैं और रेलवे मंत्रालय से भी वे जल्द संपर्क साधकर इस मामले को उठाने की कोशिश करेंगे ।

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