तेज हवा और भारी बारिश के कारण कई जिलों में जनजीवन हो गया है अस्त व्यस्त
तेज आंधी के कारण कई जिलों में पेड़ गिरे, बिजली आपूर्ति बाधित
राज्य के प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा
मां छिन्नन्मस्तिका मंदिर क्षेत्र में भैरवी नदी उफान पर
रांची में स्वर्ण रेखा भी उफान पर
रांची/रामगढ़। बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान का मुख्य केंद्र पिछले 2 दिनों से झारखंड बना हुआ है।जिसके कारण 19 और 20 अगस्त को झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाएं चली है।
भारी बारिश के कारण नदी नाले में पानी उफान पर है। वही तेज हवा चलने के कारण कई जिलों में बड़ी संख्या में बड़े पेड़ सड़कों पर और कई स्थानों पर गिर गए हैं। जिसके कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। आवागमन पर भी इसका असर पड़ा है। राज्य के रांची और रामगढ़ जिले में भारी बारिश और तेज हवा चली है। जिससे कि पिछले 2 दिनों से क्षेत्र का जनमानस अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कों पर वीराना पसरा है।
मां छिन्नमस्तिका मंदिर क्षेत्र में भैरवी नदी उफन पर
पिछले दो दिनों से रुक–रुककर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण शुक्रवार की रात को सिद्धपीठ रजरप्पा छिन्नमस्तिका मंदिर प्रक्षेत्र के भैरवी नदी एक बार उफनाई है। जबकि दामाेदर नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। भैरवी के उफनाने से नदी के किनारें की दर्जनों फूल-प्रसाद और मनिहारी की दुकानों में बाढ़ की पानी घुस जाने के कारण दुकानदारों को नुकसान हुआ है। जबकि कई दुकानों का बांस बल्ली को पानी के बहाने अपने साथ ले गया।
दूसरी बार भैरवी नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद यहां बाढ़ का नजारा देखा जा सकता है। इसके कारण यहां बने छिलका पुल से कई फ़ीट ऊपर पानी बह रहा है। कई दुकानदारों ने बताया कि पिछले दिनों भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कई दुकानों में लगे बांस, बल्ली बाह गए थे, जिसे दुरुस्त कर उम्मीद से पूंजी लगाई थी कि कुछ कमाई हो जाए। लेकिन, बारिश ने एक बार फिर दुकानदारों को हताश कर दिया। इससे उन्हें दोहरी मार झेलना पड़ेगा। एक बार फिर अब दोबारा दुकानें बनाने का बोझ सर पर दे दी है।
इधर, पुजारियों ने बताया कि शाम को नदी का पानी सामान्य थी, रातों रात भैरवी का जलस्तर बढ़ गया। हालांकि बढ़ते हुए पानी को देखते हुए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को पानी की ओर जाने से मना किया जा रहा है।