- परिहरपुर गांव जाने की मुख्य सड़क पर हुआ धसान
अनवर हुसैन
जामताड़ा।जामताड़ा के नाला प्रखंड में लगातार भू-धसान जारी है। पिछले एक साल में कई जगहों में भू-धसान की घटना घट चुकी है। लोगों में दहशत का माहौल व्यप्त है। बीते कल भी नाला प्रखंड के परिहारपुर गांव जाने का मुख्य सड़क में भू-धसान की घटना घट गई। गनीमत ये रही कि उस समय उस सड़क से कोई नही गुजर रहा था। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर काफी डर का माहौल है। धसान लगभग दो सौ फीट नीचे तक खाई बनते देख ग्रामीण काफी दहशत में है।
ग्रामीण अब श्रमदान से कर रहे सड़क निर्माण
भू-धसान से बंद हुए गांव की सड़क से ग्रामीण दो दिनों तक टापू की तरह बिताया। अब ग्रामीणों ने श्रमदान कर सड़क बना रहे हैं। ग्रामीण निजी ख़र्च से गांव में दूसरी सड़क बना रहे हैं। ताकि लोग प्रखंड मुख्यालय से जुड़ सके। ग्रामीण गोविंद माजी ने कहा कि भू-धसान से दो दिनों तक ग्रामीण टापू की तरह बिताया। किसी ने सुध तक नही ली। अब ग्रामीण ही अपनी खर्च से सड़क बनाने को मजबूर है।
ईसीईएल के बंद कोलियरी खदानों की भराई नही होने से हो रही धसान
बता दें कि ईसीईएल पांडेश्वर के बंद खदानों से कोयला निकलने के बाद गढ्ढों को भरा नही गया। जिस कारण धसान जारी है। साथ ही क्षेत्र से लगातार अवैध कोयले के उत्खनन को लेकर भी अंदर ही अंदर खोखले होते जा रहे हैं। रात व दिन अवैध उत्खनन से हुए गढ्ढों की भराई नही होने वजह से नाला प्रखंड के कई गांव में भू-धसान की घटना घटी है।
नाला पालस्थली रेल स्टेशन में भी हो चुकी है धसान
क्षेत्र में अवैध उत्खनन के गढ्ढों को नही भरे जाने से पालस्थली रेल स्टेशन में भी पिछले साल धसान की घटना घट चुकी है। बता दें की एक समय नाला पालस्थली रेल स्टेशन से होकर के रेल गाड़ियां चलती थी। लेकिन ईसीईएल के पांडेश्वर छोड़े जाने के बाद से अवैध उत्खनन कार्य जारी रहा। जिसके कारण अफजलपुर में मुख्य सड़क धस गई। सुल्तानपुर जानेवाली सड़क में भी धसान की घटना घट चूकी है।
जिला प्रशासन ने टास्क फोर्स की बैठक में गढ्ढों को भरने का दिया है कईबार निर्देश
बता दें कि नाला ईसीईएल के बंद खदान के गढ्ढों को भरने के लिए जिला प्रशासन ने ईसीईएल पांडेश्वर के अधिकारियों को कई बार निर्देश दे चुके हैं। लेकिन जब निर्देश मिलता तब दो चार गढ्ढों को भरने के बाद चलते बनते है। ईसीईएल जितने गढ्ढों को भरते नही उससे ज्यादा गढ्ढे दोबारा हो जाते हैं। इस कारण से ईसीईएल भी हर मान कर बैठ गए हैं।