- आदिम जनजातीय कबीलों से मिल सुनी उनकी समस्याएँ
सिमडेगा । उपायुक्त सुशांत गौरव ने आज सबसे पहले कुरडेग क्षेत्र का दौरा किये। उपायुक्त ने यहाँ गडियाजोर पंचायत के कोलमुण्डा गांव पंहुच कर वहां निवास करने वाले विलुप्त प्राय आदिम जनजाति कोरवा के लोगों से मिल उनकी सुध ली।
उपायुक्त ने अपनी दरियादिली दिखाते हुए ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठे। उन्होंने वहां उनके विकास और सरकार के तरफ से उन तक पंहुच रही योजनाओं और लाभ की जानकारी ली। उन्होंने वहां उनके परिवार और उनके व्यक्तिगत विकास की बात करते हुए उनके विचार लिए। उन्होंने उनको मिलने वाली पेंशन, राशन, आवास आदि के बारे में भी जानकारी ली। उपायुक्त ने उनसे नशापान से दुर रहने की अपील करते हुए उनसे उनके व्यक्तिगत विकास पर विचार करने की सलाह दी। उन्होंने उनसे कहा कि सरकार हर संभव उनकी सहायता के लिए तैयार है।
महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये
उपायुक्त ने गांव में टीसीबी निर्माण, बिरसा आवास, आम बागवानी, सोलर आधारित जलापूर्ति योजना, स्ट्रीट लाईट की सुविधा, विद्युतिकरण, मनरेगा, आंगनबाड़ी केन्द्र, वृक्षारोपण, सड़क सुविधा, स्वरोजगार की सुविधा, गांव की आर्थिक व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, पोष्टीक आहार, स्वास्थ्य सुविधा सहित सरकार की कल्याणाकारी योजनाओं का गांव में किये गए क्रियान्वयन के कार्य एवं सुविधाओं के बारे में उपस्थित ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त की। एक-एक कर ग्रामीणों ने गांव की वस्तु स्थिति से उपायुक्त को अवगत कराया। उपायुक्त ने ग्रामीणों के द्वारा प्राप्त जानकारी एवं सुझावों पर उपस्थित संबंधित पदाधिकारी से समीक्षा कर योजना एवं मूलभूत सुविधाओं का लाभ दिलाने के दिशा में महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये।
उपायुक्त ने सैचूरेशन मूड में गांव में टीसीबी निर्माण कराने की बात कही। ग्रामीणों को स्वरोजगार से जोड़ उनकी आय को बढ़ाने के स्रोतों की व्यवस्था करने को कहा। यथा- बकरी, सुकर, मुर्गी पालन व अन्य स्वरोजगार जैसी योजनाओं से ग्रामीणों को आच्छादित कर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लायें। गांव के गैर मजुरूआ भूमि पर पौष्टिक आहार – मुनगा, पुटकल, कोयनार, कढ़ी व अन्य प्रकार के साग की खेती की जाए। साथ ही स्थानीय स्तर पर पाये जाने वाले सागों की सूची बनाते हुए फ्लैक्स के माध्यम से नाम के साथ-साथ, उसके गुण व किस बिमारी में असरदार होता है का जिक्र करते हुए गांव में अधिष्ठापन कराने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने ग्रामीणों को कहा कि पोष्टीक आहार की खेती आप सभों के लिए की जाएगी। जिसका सेवन कर आपलोगों का स्वास्थ अच्छा रहेगा। पौष्टिक आहार की खेती की देख-रेख करें। वहीं उन्होने कहा कि सामेकित कृषि के माध्यम से ग्रामीणों को जोड़ विभिन्न विभागों की योजनाओं से लाभूकों को लाभ दिलाने को कहा। तालाब में मछली पालन के साथ-साथ बत्तख पालन एवं किनारे मेढ़ में वृक्षा रोपण व सब्जी की खेती को बढ़ावा देने की बात कही। संबंधित विभाग के पदाधिकारी को गांवों का ससमय सर्वे कर आदिम जनजाति टोला में सामेकित कृषि की योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। जमीन संबंधी जो समस्या हो उसे तहसील कचहरी के माध्यम से निष्पादन सुनिश्चित करायें।वहीं केरसई प्रखण्ड के करीलकुचा बिलहोर टोला में बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि हम सभी पेड़ के नीचे बैठे है, जहां हमे छांव मिल रहा है। उन्होने खाली पड़े जगहों पर वृक्षा रोपण कराने की बात कही। साथ हीं बागवानी मिशन के बारे में ग्रामीणों को बताया गया। पूरे गांव में 14वें वित्त आयोग के तहत् स्ट्रीट सोलर लाईट लगाने का निर्देश दिया। गांव जाने के क्रम में कच्चे सड़क को देख उपायुक्त ने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को सड़क निर्माण से संबंधित आम-सभा प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। गांव समीप ईंट भठ्ठे को देख उपायुक्त ने जांच करने का निर्देश दिया। एम्बुलेंस की सुविधा एससी से एक माह में उपलब्ध कराने को कहा। टोला वाईज भीएसएनडी की बैठक आयोजन कराने की बात कही।
उपायुक्त ने दौरे के दौरान प्रखण्ड कार्यालय कुरडेग, थाना कुरडेग का औचक निरीक्षण किया। वहां की अव्यवस्थाओं पर रोष प्रकट करते हुए एक माह में उसे दुरूस्त करने का निर्देश दिया। 2 अक्टुबर 2020 को नवनिर्मित प्रखण्ड कार्यालय को स्थान्तरित करने का निर्देश दिया। केरसई प्रखण्ड एवं थाना का भी औचक निरीक्षण करते हुए विधि- व्यवस्था का जायजा लिया। जिसमें केरसई प्रखण्ड में एक कर्मी द्वारा बिना मास्क के पाये जाने पर 500 रूपये का तत्काल चालान काटा गया।
मौके पर उपविकास आयुक्त, आईटीडीए निदेशक, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कुरडेग, केरसई, आकांक्षी जिला फेलो के अलावे अन्य ग्रामीण उपस्थित थे ।