- अभी तक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की तरफ से इस बाबत कोई प्रस्ताव आपदा प्रबंधन विभाग को नहीं भेजा गया है
- छात्र और अभिभावक संशय में हैं, शिक्षक भी परेशान हैं.
रांची: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इसके साथ जीने की आदत डालने का हवाला देते हुए अनलॉक का दौर जारी है. इस कड़ी में केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से नौवीं से बारहवीं तक के स्कूलों को कुछ गाइडलाइन के साथ खोलने का सुझाव दिया है. इसमें स्पष्ट है कि छात्र अपने शिक्षकों से मिलकर पढ़ाई को लेकर परामर्श ले सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें अभिभावक की अनुमति लेनी होगी. अब सवाल है कि झारखंड का शिक्षा विभाग इस दिशा में क्या कर रहा है.
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि अगर बच्चे अभिभावकों की अनुमति के साथ अपने शिक्षकों से मिलने स्कूल जाते हैं तो वहां सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ हैंड सेनेटाइजेशन की भी व्यवस्था करनी होगी. जाहिर है 21 सितंबर आने में अब सिर्फ 4 दिन बचे हैं. इसके बावजूद इस मसले पर शिक्षा विभाग किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है. इसकी वजह से छात्र और अभिभावक संशय में हैं, बल्कि शिक्षक भी परेशान हैं.