- करीब 2 घंटे की वार्ता के बाद भी सहायक पुलिसकर्मी और सरकार के बीच कोई नतीजा नहीं निकला
रांची: बीते 8 दिनों से राजधानी के मोरहाबादी मैदान में आंदोलनरत सहायक पुलिसकर्मी और सरकार के बीच दूसरे दौर की वार्ता में भी सहमति नहीं बनी. सरकार की ओर से प्रतिनिधि के रूप में शामिल पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने शनिवार को धरनास्थल पर जाकर इन लोगों से मुलाकात की थी और रास्ता निकालने की बात कही, लेकिन उस समय भी कोई नतीजा नहीं निकला.
इसके बाद दूसरे दौर में खुद सहायक पुलिसकर्मियों का प्रतिनिधिमंडल रविवार को मंत्री के आवास पहुंचकर वार्ता में शामिल हुए. करीब 2 घंटे की वार्ता के बाद भी सहायक पुलिसकर्मी और सरकार के बीच कोई नतीजा नहीं निकला. मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बताया कि सरकार की ओर से इन्हें फिलहाल 13 हजार मानदेय दिया जा सकता है, लेकिन सहायक पुलिसकर्मी अट्ठारह हजार मानदेय प्रति महीने पर अड़े रहे.
इसी मानदेय को लेकर दोनों के बीच वार्ता विफल हो गई. उसके बाद सहायक पुलिसकर्मी वापस अपने आंदोलन स्थल पर पहुंच गए. इनलोगों का कहना है कि जब तक इनकी मांगे पूरी नहीं होगी, वो वहीं डटे रहेंगे. फिलहाल, उनकी अन्य मांगों को सरकार ने मान ली है. सिर्फ मानदेय को लेकर सहमति नहीं बनी. अब देखना यह है कि वार्ता विफल होने के बाद सरकार की अगली रणनीति क्या होगी?