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सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन में फुट, कई सहायक पुलिसकर्मी मोरहाबादी मैदान से हुए रवाना

  • खूंटी और दुमका के पुलिसकर्मी मैदान से हुए रवाना हो गए
रांचीः सोमवार को सहायक पुलिसकर्मियों के आंदोलन में फुट हो गई. जिसके बाद 2 जिलों के सहायक पुलिस मोरहाबादी मैदान से हुए रवाना हो गए. जिनमें खूंटी और दुमका के पुलिसकर्मी शामिल है. इसके साथ ही चाईबासा के भी ज्यादातर सहायक पुलिसकर्मी वापस लौट गए है. जानकारी के अनुसार चाईबासा के सहायक पुलिसकर्मी आंदोलन समाप्त कर रांची के मोरहाबादी मैदान से रवाना हो गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने झारखंडी युवा-युवती होने के नाते सहायक पुलिस कर्मियों के लिए बेहतर भविष्य की कामना की है.
बता दें कि पिछले दिनों से मोरहाबादी मैदान में झारखंड के सहायक पुलिसकर्मी नौकरी की स्थायीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत थे. दिन-रात आंदोलन पर बैठ पुलिसकर्मियों की मांग है कि उन्हें नौकरी में स्थायी किया जाए. इसके साथ ही उनका मानदेय भी बढ़ाया जाए. पुलिसकर्मियों का कहना है कि 24 घंटे की पुलिस की नौकरी में भी उन्हें कोई सुविध नहीं मिल रही है. 10 हजार के मानदेय में ही उन्हें घर के खर्च से लेकर रहना, खाना-पीना समेत वर्दी के लिए भी पैसे खर्च करने पड़ते है. आंदोलन ऐसी की मंत्री और नेता उन्हें काफी समझाने बुझाने का काम किया, लेकिन कोई बात नहीं बनी. यहां तक की उनपर लाठीचार्ज भी हुई. जिसमें कई सहायक पुलिसकर्मी घायल हो गए.
बता दें कि यह मामला विधानसभा के मानसून के दौरान में बिजेपी विधायकों ने सदन में उठाया जिसपर मुख्यमंत्री ने पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्व की सरकार का पाप है. सहायक पुलिसकर्मियों को उकसा कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. जिससे समाधान नहीं मामला उलझाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में सरकार हठधर्मिता नहीं मानेगी. सहनशीलता का परिचय ना लिया जाए. सहायक पुलिसकर्मियों के प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाएं. सहायक पुलिसकर्मियों को लेकर सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया है. आखिर माजरा क्या है…ये समझना होगा…ओछी राजनीति से बचना चाहिए.. घोषणा करने की स्थिति आते ही कुछ हो जाता है… विपक्ष जहर के बीज बो रहा..

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