- हाल ही में ग्वालियर से 11 ऐसे युवा पकड़े गए हैं, जो दिल्ली, बिहार और झारखंड में बैठे बड़े ठगों के लिए ठगी का प्लेटफार्म तैयार करने में माहिर हैं
ग्वालियर । मध्य प्रदेश का ग्वालियर शहर देश का नया जामताड़ा बनता जा रहा है। ग्वालियर और उसके आसपास के युवा हत्या, लूट, डकैती जैसे अपराधों के अलावा ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में ग्वालियर से 11 ऐसे युवा पकड़े गए हैं, जो दिल्ली, बिहार और झारखंड में बैठे बड़े ठगों के लिए ठगी का प्लेटफार्म तैयार करने में माहिर हैं। इनका काम ठगी में उपयोगी चोरी का मोबाइल, झूठे नाम-पते पर सिम कार्ड, फर्जी नाम वाले आधार कार्ड-वोटर कार्ड उपलब्ध कराना था।
आंकड़ों के अनुसार, ग्वालियर-चंबल अंचल के आठ शहरों में हर दिन 10 से अधिक ऑनलाइन ठगी की वारदात हो रही है। आसपास के शहर के युवा व बेरोजगार युवाओं ने यहां गिरोह बना लिए हैं। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के अनुसार, हमारी साइबर टीम ने पिछले कुछ दिनों में कई बड़े साइबर अपराधों का राजफाश किया है। इसमें महाराजपुरा में नाबालिग द्वारा बिटकॉइन से डेटा खरीदने का मामला महत्वपूर्ण है।
जामताड़ा के लोगों ने पूरे देश के लोगों को ठगा है
झारखंड राज्य के एक छोटे से क्षेत्र जामताड़ा के लोगों ने पूरे देश के लोगों को ठगा है। देश में होने वाले ऑनलाइन ठगी के 80 फीसद मामले यहां से संचालित होते हैं। यहां साइबर अपराध का प्रशिक्षण दिया जाता है। हाल ही में जामताड़ा पर वेब सीरीज भी बनी है।