नई दिल्ली: केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये छत्तीसगढ़ के जगदलपुर और महाराष्ट्र के रायगढ़ में ट्राइफूड योजना का शुभारंभ किया. इस मौके पर केंद्रीय आदिवासी कल्याण राज्यमंत्री रेणुका सिंह, मंत्रालय के सचिव दीपक खांडेकर, ट्राइफेड के चेयरमैन रमेशचंद्र मीणा, ट्राइफेड के प्रबंध निदेशक प्रवीण कृष्ण, महाराष्ट्र के जनजातीय मामलों के मंत्री केसी पाडवी भी मौजूद थे.
ट्राइफूड योजना आदिवासी कल्याण मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की एक संयुक्त पहल है. TRIFED, NSTFDC और MOFPI ने इस संयुक्त उद्यम में धन के निवेश के साथ-साथ आपस में समन्वय किया है. इन 2 जिलों में उपलब्ध स्थानीय प्राकृतिक उत्पादों के प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समाज के सदस्यों द्वारा एकत्र किये गए खाद्य उत्पादों को विश्व बाजार में में ले जाने के अलावा उनके आर्थिक सशक्तिकरण के बारे में भी हैं.
इन दोनों परियोजनाओं के प्रारंभ होने की उम्मीद मार्च-अप्रैल 2021 है और इस योजना के द्वारा लगभग 90,000 आदिवासी समाज के लोगों को आर्थिक लाभ होगा. इस मौके पर अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह पहल देश के अन्य हिस्सों में भी पहुंचाई जाएगी और जनजातीय उद्यमिता को बढ़ावा और प्रोत्साहन देगी. उन्होंने प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए जनजातियां समुदायों की विशेषताओं पर भी बल दिया और विशेष रूप से कहा कि उनकी अर्थव्यवस्था में सुधार की आवश्कयता है.