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बहुत जल्द ही बरकाकाना और हजारीबाग से होकर गुजरेगी वंदे भारत ट्रेन

काफी कम समय में पूरी होगी रांची और पटना की दूरी

रामगढ़। रामगढ़ एवं हजारीबाग के रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी की खबर है। रामगढ़ और हजारीबाग जिला के लोगों को जल्द ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिलने वाली है। वंदे भारत ट्रेन हटिया वाया हजारीबाग से होकर पटरी पर दौड़ने वाली है।

हफ्ते में छह दिन चलेगी ट्रेन

वंदे भारत ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलेगी। यह ट्रेन पटना से खुलने के बाद जहानाबाद,गया,कोडरमा,हजारीबाग, टाटीसिलवे, और रांची रुकते हुए हटिया में रुकेगी। वहीं हटिया से पटना जाने के दौरान इन्ही स्टेशनों पर रुकेगी। इसकी रख रखाव राजेन्द्र नगर ट्रर्मिनल पर वंदे भारत एक्सप्रेस रख रखाव किया जाएगा।

25 अप्रैल से शुरू हो सकता है परिचालन

बता दें कि फरवरी 2015 में हजारीबाग ट्रेन का उद्घाटन किया गया था। तब से यहां सिर्फ मालगाड़ी ही पटरी पर दौड़ती रही। बीच में बरकाकाना से कोडरमा के लिए एक पैसेंजर ट्रेन ही लोगाें को मिल सकी।
अब इसी पटरी पर वंदे भारत ट्रेन सरपट दौडे़गी। इसकी तैयारी को लेकर रेलवे विभाग द्वारा प्रकिया पूरी की जा रही है। संभावना है कि ट्रेन का परिचालन 25 अप्रैल से शुरू हो सकता है।

कब खुलेगी ट्रेन

हटिया से दोपहर 2:30 बजे चलकर 21 :15 बजे पटना पहुंचेगी। वंदे भारत ट्रेन से सफर करने से यात्रियों का पांच घंटे समय बचेगा। इसके साथ ही लोग समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। वंदे भारत ट्रेन पटना से 6:45 बजे खुलेगी और 13:45 बजे हटिया पहुंचेगी, जबकि हटिया से दोपहर 14 :30 बजे चलेगी और रात 21:15 पर पटना पहुंचेगी।

क्या है खासियत वंदे भारत ट्रेन का

वंदे भारत ट्रेन भारत की सबसे तेज पटरी पर दौड़ने वाली ट्रेन है। यह 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। सभी वंदे भारत ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है और उनमें स्वचालित दरवाजे हैं। वंदे भारत ट्रेन के चेयर को 180 डिग्री तक रोटेट किया जा सकता है।

वंदे भारत ट्रेन का 18 रुप में जानें

वंदे भारत एक्सप्रेस को 18 रुप में जाना जाता है। और यह स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई है। इनमें कोई संदेह नहीं है कि यह एक अनोखी ट्रेन है। यह ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए यात्रा की तकनीक में एक नए युग को चिन्हित करेगी।बता दें कि यह पहली इंजन रहित ट्रेन है। अब तक भारत की ट्रेनों में एक अलग इंजन कोच हो होता है। जबकि ट्रेन में 18 बुलेट या मेट्रो ट्रेन जैसे एकीकृत इंजन है।

पूरी तरह से ऑटोमेटिक दरवाजे और एसी कोच

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में 16 पूरी तरह से वातानुकूलित चेयर,कारों में के कोच हैं। जिनमें दो बैठने के विकल्प दिए गए हैं। इकोनॉमी और एग्जीक्यूटिव क्लास में कमाल की विशेषता यह है कि जो चेयर दी गई है। वह 180 डिग्री तक मुड़ सकती है।

 

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